सार
राजस्थान के सीकर जिले में रविवार दोपहर एक दो मंजिला कपड़ों के शोरूम में भीषण आग लग गई। जिसमें करोड़ों रुपए के कपड़े तो वहीं 4 लाख रुपए नगद जलकर राख हो गए। आग इतनी विकराल थी कि पुलिस खड़े-खड़े देखती रह गई, लेकिन पास जाने की हिम्मत नहीं हुई।
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला कस्बे में रविवार सुबह कपड़े के एक दो मंजिला शोरूम में भीषण आग से करोड़ों का माल खाक हो गया। वहीं, करीब चार लाख रुपये नगदी जलकर राख हो गए। आग अल सुबह करीब छह बजे लगी। जिसकी लपटों ने कुछ देर में ही आसमान को छू लिया। जिसे देख नजदीकी लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी। पर महज 50 मीटर की दूरी पर खड़ी होने पर भी दमकल मौके पर नहीं पहुंच सकी। बाद में करीब एक घंटे बाद खाटूश्यामजी व श्रीमाधोपुर की दमकल ने मौके पर पहुंचकर आग को काबू में किया। लेकिन तब तक शोरूम का करोड़ों का कपड़ा व नगदी जल चुके थे। घटना के बाद पालिका की दमकल व्यवस्था के खिलाफ व्यापारियों ने खासा आक्रोश जताया।
शीशे तोड़कर अपने स्तर पर किया प्रयास
आग नगर पालिका के पास स्थित कनिष्का कलेक्शन नामक शो रूम में लगी। जिसमें से धुंए का गुब्बार उठता देख आसपास के लोगों ने इसकी सूचना शोरूम मालिक को दी। पुलिस व पालिका प्रशासन को भी सूचित किया गया। कुछ देर में ही शोरूम मालिक बनवारी लाल ने मौके पर पहुंचकर पहली मंजिल का ताला खोला। जिसके बाद लोगों ने शोरूम के शीशे तोड़कर फायर फाइटिंग सिस्टम व पानी से आग को अपने स्तर पर ही बुझाने का प्रयास किया। लेकिन, आग ज्यादा धधकती रही। लोगों की करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद श्रीमाधोपुर व खाटूश्यामजी से दमकल मौके पर पहुंची। जिसने भी कड़ी मशक्कत से आग को काबू में किया। लेकिन तब तक शोरूम का काफी सामान व उसमें रखा केश जल गया।
शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है वजह
आग की कारणों की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
व्यापारियों ने जताया आक्रोश
घटना के दौरान महज 50 मीटर दूरी से फायर ब्रिगेड नहीं पहुंचने को लेकर व्यापारियों ने पालिका प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। व्यापार महासंघ अध्यक्ष सुरेंद्र जैन व अन्य व्यापारियों का कहना था कि इतनी नजदीक होकर भी दमकल काम नहीं आई तो विभाग की उपयोगिता ही क्या है? लोगों ने कहा कि पहले भी ऐसा कई बार हुआ कि आग लगने पर स्थानीय दमकल काम नहीं आई। मामले में नगर पालिका प्रशासन का कहना था कि अग्निपथ योजना के खिलाफ श्रीमाधोपुर में हुए उग्र प्रदर्शन के दौरान खंडेला की दमकल में भी तोडफ़ोड़ की गई थी। जिसके चलते दमकल को आगजनी स्थल पर नहीं भेजा जा सका।