सार
पति व देवर मिल कर कर रहे थे मारपीट व मारने की थी तैयारी बहन ने ये नजारा देखकर पिता को कॉल कर मदद के लिए बुलाया तब जाकर बची जान। 3 महीने बाद पकड़ाए आरोपी।
सीकर. पापा आप जल्दी से आ जाओ... ये लोग आशा को जान से मार रहे हैं। उन्होंने उसे निर्वस्त्र कर दिया है और तेल छिड़ककर उसे जला रहे हैं। इन्होंने आशा का चाकू से बायां हाथ भी काट दिया है और गर्दन भी काटने की कोशिश कर रहे हैं। 30 जनवरी 2022 को ये फोन राजस्थान के जयपुर जिले के बेनाडरोड श्याम नगर विस्तार निवासी मिट्ठूलाल सांसी के पास उसकी बड़ी बेटी रीना का आया। एक ही घर में दो भाइयों को ब्याही रीना व आशा को उनके पति विकास उर्फ विक्की व अक्षय मार पीट कर कर रहे थे। इसी दौरान आशा की हत्या का प्रयास करते समय रीना ने पिता को फोन कर बहन को बचाने की रो- रोकर गुहार लगाई। हरकत में आए पिता ने भी तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दे दी। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आशा को तो बचा लिया लेकिन, आरोपी विक्की व अक्षय मौके से फरार हो गए। जिन्हें पुलिस ने करीब साढ़े तीन महीने बाद अब गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली में काटी फरारी
सदर थानाधिकारी सुनील कुमार जांगिड़ ने बताया आरोपी अजीतगढ़ के मोहल्ला अंडेसरी निवासी 25 वर्षीय विकास व 22 वर्षीय अक्षय पुत्र छितरमल को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है। जो हत्या के प्रयास के आरोपी थे। थानाधिकारी ने बताया कि घटना के बाद से दोनों आरोपी फरार थे। इनमें से आशा का पति दिल्ली भाग गया। जहां रिक्शा चलाने लग गया था। इसी बीच उसके व भाई विकास के गांव में आने की सूचना पुलिस को मुखबिर से मिल गई। जिसके बाद दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सास व बुआ सास भी आरोपी, सास- ससुर के साथ की मारपीट
मामले में पिता मिट्ठूलाल सांसी ने दामाद विकास व अक्षय के अलावा बेटियों की सास संतरा देवी, बुआ सास कमला देवी व जेठानी किरण देवी पर भी मारपीट का आरोप लगाया था। आरोप था कि आशा को जान से मारने की कोशिश में ये तीनों भी उनकी सहयोगी थी। आरोप लगाया कि दोनों दामादों ने मिट्ठूलाल व सास के साथ भी गंभीर मारपीट की थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।