सार
राजस्थान में सियासी भूचाल थमने के बाद अब खादी वर्सेस खाकी शुरू हो गया है। जहां गहलोत गुट के मंत्री विधायक अब सचिन पायलट के टोंक जिले के अफसरों को निलंबित करने में लगे हैं। जिसके चलते एक एसएचओ और आरपीएस अफसर सस्पेंड हो गए हैं।
जयपुर. राजस्थान में सियासत की भेंट फिर से खाकी चढ़ी है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी नेता को धकेलने मात्र से ही एक r.p.s. अफसर और एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना के बाद आईपीएस अफसर इस घटना के बाद दबंग छवि रखने वाले इन आरपीएस अफसर ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी। उस पोस्ट के बाद अब सरकार के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है । आरपीएस अफसर रूद्र प्रकाश शर्मा ने दशहरे की रात लिखा है कि रावण को नहीं जिताना था.... इस पोस्ट पर सैकड़ों कमेंट आ रहे हैं और इसके बारे में मुख्यमंत्री तक सूचनाएं भेजी जा रही है।
यह है पूरा मामला
दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद करीबी माने जाने वाले टोंक जिले के पूर्व जिला प्रमुख रामनिवास चौधरी के साथ यह पूरा घटनाक्रम हुआ है । डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि टोंक जिले में कांग्रेस के बुजुर्ग नेता के साथ दुर्व्यवहार होने के मामले में प्रथम दृष्टया निवाई व्रत अधिकारी रूद्र प्रकाश शर्मा और इंस्पेक्टर आशु सिंह गुर्जर को सस्पेंड कर दिया गया है। टोंक में इन पुलिसकर्मियों ने अपने अन्य साथियों के साथ बुधवार दोपहर रामविलास चौधरी के साथ दुर्व्यवहार किया था और इस दुर्व्यवहार के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। सोशल मीडिया पर इनके वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से संबंधित पुलिसकर्मियों पर एक्शन लेने की बात कही गई पहले दो इंस्पेक्टर और एक आईपीएस अफसर निलंबित किए गए थे , लेकिन बाद में एक इंस्पेक्टर का निलंबन वापस ले लिया गया था।
सचिन पायलट के जिले के होने के कारण अफसरों को मिल रही सजा
सबसे बड़ी बात यह है कि टोंक जिला पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की जद में आता है। सचिन पायलट टोंक जिले से विधायक हैं। जिस इंस्पेक्टर और आर पी एस अफसर को निलंबित किया गया है वे दोनों सचिन पायलट के नजदीकी बताए जाते हैं।
नेता के बिगड़े बोल-हमारे सामने पुलिसवालों की कोई औकात नहीं...
आरपीएस अफसर रूद्र प्रकाश ने तो सिंघम पिक्चर का 3 मिनट 27 सेकंड का वीडियो भी फेसबुक पर पोस्ट कर दिया, जिसमें एक राजनेता कहता है कि पुलिस वालों की कोई औकात नहीं.....। यूजर्स ने इस पोस्ट का समर्थन किया है। वह लगातार सरकार के खिलाफ पोस्ट और मैसेज कर रहे हैं । अब देखना यह होगा कि गहलोत गुड और सचिन पायलट गुट के नेताओं के बीच होने वाली खींचतान में और कितने अफसर भेंट चढेगे।