सार


यह हैं रियल सिंघम सेवानिवृत्त IPS सांगाराम जांगिड़। राजस्थान के बाड़मेर के रहने वाले सांगाराम जांगिड़ फिर से सुर्खियों में हैं। सांगाराम पर साउथ में कई फिल्में बन चुकी हैं। अब हिंदी में फिल्म आ रही है।

बाड़मेर, राजस्थान.  बाड़मेर के रहने वाले रियल सिंघम रिटायर्ड IPS सांगाराम जांगिड़ के साहस पर रोहित शेट्टी सूर्यवंशी लेकर आ रहे हैं। इसमें अक्षय कुमार मुख्य भूमिका में हैं। यह 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का बिजनेस कर चुकी तमिल फिल्म धीरन का रीमेक है। इससे पहले सांगाराम पर तेलुगू में खाकी बन चुकी है। सांगाराम अपने गांव के पहले IPS हैं। 1985 बैच के IPS जांगिड़ को तमिलनाडु कैडर मिला था। अपनी शैली के कारण वे पब्लिक में लोकप्रिय हुए, तो अपराधियों में दहशत की वजह। जांगिड़ जुलाई, 2019 में DG विजिलेंस से रिटायर हो चुके हैं।


जयललिता के प्रिय थे जांगिड़
यह बात 2005-2006 की है। तमिलनाडु में 'ऑपरेशन बावरिया' चलाया गया था। इसकी कमान जांगिड़ को सौंपी गई थी। दरअसल, तब दक्षिण भारत के राज्यों में लुटेरों का बड़ा आतंक था। लुटेरों ने जयललिता की पार्टी के विधायक टी सुदर्शन की हत्या कर दी थी। वहीं उनके बहू-बेटे को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पूरे प्रदेश में दहशत का माहौल पैदा हो गया था। तब जयललिता ने एक टीम का गठन किया। इसकी जिम्मेदारी जांगिड़ को सौंपी गई। लुटेरों ने 24 अपराधों में 13 लोगों की हत्या कर दी थी। वहीं 60 से ज्यादा लोगों को बुरी तरह घायल कर दिया था। जांगिड़ को घटनास्थल से एक जोड़ी जूते मिले थे। उससे मालूम चला कि लुटेरे उत्तर भारत से हैं। 'ऑपरेशन बावरिया' उत्तरी भारत में कई महीने चला। इसी दौरान आगरा जेल में 1996 में बंद रहे 4 आरोपियों के फिंगर प्रिंट मैच कर गए। इसके बाद राजस्थान के भरतपुर में आरोपियों के छुपे होने की खबर मिली। जांगिड़ ने मुठभेड़ में 13 लुटेरों को पकड़ा था। बाद में इनमें से 2 लुटेरों को फांसी की सजा सुनाई गई थी।