सार
राजस्थान के अजमेर में दिल दहला देने वाले एक्सीडेंट ने दो सगी बहनों की मौत हो गई। वह अपने माता-पिता के लिए मन्नत मांगने के लिए मंदिर से लौट रही थीं। तभी कुछ दोस्त कार से चाय पीने के निकले और उन्होंने स्कूली सवार दोनों बहनों को कुचल डाला, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
जयपुर. राजस्थान के जयपुर शहर में मां- बाप के लिए मंदिर से मन्नत मांग कर लौट रही दो बहनों को एक कार ने कुचल दिया। दोनों स्कूटी से घर लौट रही थी तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में एक बहन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दूसरी ने अस्पताल ले जाने पर दम तोड़ दिया। घटना में एक अन्य बाइक सवार भी चपेट में आकर घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बहनों के शव मोर्चरी में रखवाकर पोस्टमार्टम व जांच की कवायद शुरू कर दी है।
अजमेर की थी बहनें, मां- बाप के साथ रहती थी जयपुर
पुलिस के अुनसार दोनों बहनों की पहचान अजमेर निवासी तृप्ति जैन (32) और प्रीति जैन (36) के रूप में हुई है। जो आदर्श नगर में 703 चक्रवती बिल्डिंग में अपने मां- बाप के पास रह रही थी। मां-बाप की लंबी उम्र व परिवार की खुशहाली के लिए दोनों बहनें सुबह ही जैन मंदिर में दर्शन के लिए स्कूटी लेकर घर से निकली थी। जहां से लौटते समय राजापार्क परनामी मंदिर के पास एक तेज गति से आई कार ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। जिससे दोनों उछलकर दूर जा गिरी। घटना में तृप्ति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि प्रीति गंभीर रूप से घायल हो गई। जिन्हें नजदीकी लोगों की मदद से एसके अस्पताल पहुंचाया तब तक प्रीति ने भी दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि दोनों बहनें शादीशुदा थी। जिनमें से एक का ससुराल से विवाद चल रहा था। इनका भाई विदेश में व भाभी मां- बाप के साथ रह रही है।
चाय पीने आए थे कार सवार, बाइक सवार का भी पैर टूटा
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि कार में सवार लोग राजापार्क में दुकान पर चाय पीने आए थे। चाय पीने के बाद जब वह वापस लौट रहे थे तभी उनकी भिडंत स्कूटी से हो गई। जिसकी चपेट में पीछे से बाइक पर आ रहा आर्किटेक्ट शेलेन्द्र भी आ गया। जिसे भी घायल अवस्था में अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसके पैर में फ्रेक्चर बताते हुए उपचार शुरू किया। हादसा इतना भीषण था कि घटना में स्कूटी व बाइक के साथ कार का भी अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।