सार
राजस्थान में हिंदू-मुस्लिम के नाम पर नफरत फैलाने वाले मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जो कि उदयपुर में हुई निर्मम हत्या के असली गुनहगार हैं। इन्होंने चिंगारी में पेट्रोल डालकर प्रदेश ही जलाने का काम किया था।
जयपुर. उदयपुर में 28 जून को कन्हैया लाल की हत्या के बाद से प्रदेश में तनाव अब धीरे धीरे कम हो रहा है। जीवन पटरी पर लौट रहा है। लेकिन इस बीच एनआईए और अन्य जांच एजेंसियों की जांच पडताल जारी है। एनआए की टीम ने आखिर दो आरोपियों को पकडा है जो इस पूरे हत्याकांड के मुख्य केंद्र में बताए जा रहे हैं। बीस जून को उदयपुर में निकले शांति जुलूस के दौरान इन दोनो ने इतने भडकाउ बयान दिए थे कि पुलिस को तभी से उनकी तलाश थी। बाद में इस जुलुस के आठ दिन के बाद हत्या हो गई, उसके बाद तो पुलिस ऐसी पीछे पडी की आखिर दोनो को गिरफ्तार कर ही लिया गया। इनके नाम गुलाम दस्तगीर और हाफिज कादरी हैं। दोनो उदयपुर के रहने वाले हैं।
हिंदू और मुस्लिम में नफरत की ऐसी आग फैलाई कि सरकार ही हिल गई
नूपूर शर्मा के विवादित बयान के बाद जून के महीने में उदयपुर में मुस्लिम समाज ने बड़ी संख्या में नूपूर शर्मा के बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया थां । शांति पूर्ण विरोध के लिए अनुमति लेने के बाद कलेक्ट्री और शहर के अन्य बड़ी जगहों पर रैली निकाली गई थी। रैली के दौरान ही जिला कलेक्ट्री पर आकर गुलाम दस्तगीर और हाफिज कादरी ने माइक की मदद से तेज तेज नारे लगाना शुरु कर दिया था। उन्होनें नारे लगाए कि.... गुस्ताख नबी की एक ही सजा... सिर तन से जुदा - सिर तन से जुदा। इन्हीं नारेबाजी के बाद शहर में माहौल खराब होना धीरे धीरे शुरु हो गया था। माहौल खराब होने के दौरान आठ दिन बाद यानि 28 जून को हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड के बाद प्रदेश मंे आग लग गई थी। पूरे प्रदेश मंे पांच दिन तक इंटरनेट बंद कर दिया गया था। उदयपुर की भुपालपुरा थाना पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार किया है।
अब तक 9 लोग गिरफ्तार
उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्याकांड के मामले में अब तक नौ लोग पकडे जा चुके हैं। इनमें से तीन गौस, रियाज और मोहसिन को दूसरी बार रिमांड पर लिया गया है। बाकि चार को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है और हाल ही में पकडे गए दो को अब कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरु की जा रही है। नौ लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही करीब दस से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर संदिग्ध मानकर पूछताछ भी की जा चुकी है।