सार
उदयपुर में 28 जून को हुए कन्हैयालाल मर्डर केस के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस बल तैनात है। इस घटना का पूरे राजस्थान में विरोध हो रहा है। विभिन्न संगठन आरोपियों की फांसी की मांग पर अड़े हैं।
उदयपुर ( udaipur).राजस्थान में मंगलवार, 28 जून को उदयपुर जिले में तालिबानी तरीके से हुई कन्हैयालाल की हत्या का विरोध प्रदेश भर में जारी है। जैसलमेर, उदयपुर और जयपुर सहित कई उपखंड में हिंदू संगठनों ने बंद का आह्वान किया। जहां सुबह से ही आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी दुकानें बंद दिखीं। कन्हैयालाल के हत्यारों को फांसी देने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतरे। लोगों का कहना है- दोनों हत्यारों को इस तरह से सरेआम फांसी दी जानी चाहिए कि आतंकवाद के बारे में कोई सोच भी ना सके।
घटना के बाद से उदयपुर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी मोर्चा संभाले हुए हैं। बुधवार को लैब असिस्टेंट परीक्षा के होने के चलते यहां कर्फ्यू में थोड़ी ढील दी गई। लेकिन इसके बाद गुरुवार को एक बार फिर कर्फ्यू को सख्त कर दिया गया। सुबह घटना के विरोध में उदयपुर में हिंदू संगठनों ने रैली निकाली। हजारों की संख्या में उदयपुर के आमजन शामिल रहे।
CM अशोक गहलोत जाएंगे उदयपुर, घायल पुलिसकर्मी से भी मिलेंगे
घटना के बाद गुरुवार को अशोक गहलोत मृतक कन्हैया लाल के परिवार से मिलने उदयपुर जाएंगे। अजमेर हॉस्पिटल में भर्ती राजसमंद के भीम इलाके के कॉन्स्टेबल से भी वो मुलाकात कर सकते हैं। आपको बता दें पुलिस कॉन्स्टेबल भीम प्रदर्शनकारियों के हमले का शिकार हुआ था। घायल होने के बाद उसे ग्रीन कोरिडोर बनाकर अजमेर पहुंचाया गया। फिलहाल उसकी हालत में सुधार है।
गुजरात बॉर्डर पर बसों को रोका
प्रदेश में आतंकवाद जैसी इस घटना को देखते हुए अब इंटेलिजेंस और पुलिस पूरी तरह से चौकन्नी है। गुजरात से आने वाली बसों को गुजरात के आखिरी बस स्टॉप शामलाजी रुकवा दिया गया है।
दोनों हत्यारों को पकड़ने वाले पुलिसकर्मी हुए प्रमोट
उदयपुर की घटना में शामिल हत्यारों को पुलिस ने महज 5 घंटों में गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गोस को पकड़ने वाले पुलिसकर्मियों को सरकार ने डायरेक्ट पदोन्नति दी। वहीं, बुधवार शाम धान मंडी एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है।
पूरे राजस्थान में धारा 144 लागू, आगे बढ़ाई जा सकती है नेटबंदी
राजस्थान में घटना का विरोध ज्यादा ना बढ़े इसके लिए घटना वाले दिन ही नेट बंद ही कर दी गई। वहीं, घटना के दिन मंगलवार से ही पूरे राजस्थान में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है।
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