सार
28 जून को उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में तालिबानी तरीके से हुए टेलर कन्हैयालाल के हत्याकांड को भले ही हम भूल चुके हो। लेकिन उसका बेटा यश अपने पिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने के लिए पिछले ढाई महीने से चप्पल भी नहीं पहन रहा है।
उदयपुर. 28 जून को उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में तालिबानी तरीके से हुए टेलर कन्हैयालाल के हत्याकांड को भले ही हम भूल चुके हो। लेकिन उसका बेटा यश अपने पिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने के लिए पिछले ढाई महीने से चप्पल भी नहीं पहन रहा है। बेटे का कहना है कि जब तक पिता के हत्यारों को फांसी की सजा नहीं मिलती है। तब तक वह ऐसे ही रहेगा। उसके लिए अपने पिता से बढ़कर चप्पल नहीं है। यश ने अपनी पिता की मौत के बाद अब तक चप्पल नहीं पहनी है।
ढाई महीने पहले हुई थी हत्या
यश ने बताया कि 28 जून को उनके पिता दोपहर के समय दुकान पर गए थे। उसी दौरान बाइक पर आए दो युवकों ने उसके पिता कन्हैया लाल की हत्या कर दी। इसके बाद जब उन्हें इस बात की सूचना फोन के जरिए मिली तो वह तुरंत दुकान पर पहुंचे। जहां यश ने अपने पिता का शव लहूलुहान हालत में दुकान के बाहर पड़ा हुआ देखा। उसी दिन से यश ने सोच लिया था कि चाहे कुछ भी हो पिता के हत्यारों को फांसी की सजा होनी ही चाहिए।
नुपुर शर्मा का किया था समर्थन
दरअसल, उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में टेलर की दुकान चलाने वाले कन्हैया लाल ने 20 जून को भाजपा से निष्कासित हुई नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। जिसके बाद वह लगातार पाकिस्तानी संगठनों के संपर्क में रहने वाले मोहम्मद रियाज और मोहम्मद को समेत कई लोगों के निशाने पर था। कन्हैयालाल को लगातार धमकियां भी मिल रही थी। इसके बाद कन्हैयालाल ने पुलिस में शिकायत भी दी लेकिन पुलिस ने भी मामले को हल्के में ले लिया।
जिसके बाद डर के मारे करीब 6 दिनों तक की कन्हैयालाल अपनी दुकान पर भी नहीं गया। जैसे ही 28 जून को दोपहर के समय टेलर कन्हैया लाल अपनी दुकान पर गया तो वहां बाइक पर आए मोहम्मद गौस और मोहम्मद रियाज ने कपड़े का नाप देने के बहाने दुकान में घुसकर टेलर कन्हैया लाल की तालिबानी तरीके से खंजर से शरीर पर कई वार कर हत्या कर दी थी।
इसे भी पढ़ें- धोखाधड़ी आरोप पर बोले सांसद, मैं ही निर्वाचित प्रधान, शादी के नाम पर घृणित व्यवसाय रोकने से नाराज हैं विरोधी