सार

परिजनों और पुलिस के बीच 31 लाख के मुआवजे और दो सरकारी नौकरी की मांग पर सहमति बनी। जिसके बाद देर रात शव को मोर्चरी में रखवाया गया। बुधवार शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा जाएगा।

उदयपुर. दो युवकों द्वारा नूपुर शर्मा के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल करने पर कन्हैयालाल की हत्या के बाद पूरे देश में यह मामला गरमा गया है। देर रात करीब 7 घंटे बाद परिजन शव लेने को तैयार हुए हैं। परिजनों और पुलिस के बीच 31 लाख के मुआवजे और दो सरकारी नौकरी की मांग पर सहमति बनी। जिसके बाद देर रात शव को मोर्चरी में रखवाया गया। बुधवार शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा जाएगा। हालांकि घटना के 4 घंटे बाद ही पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन इसके बाद भी पूरे प्रदेश में इसका बवाल सा मच चुका है।

NIA और SIT की टीम पहुंची उदयपुर
घटना के बाद से ही पूरे प्रदेश में बवाल सा मच चुका है। नेट बंद करने से पहले सोशल मीडिया पर लगातार घटना के वीडियो वायरल हो रहे थे। हालांकि पुलिस ने इन्हें वायरल न करने की अपील की लेकिन इसके बाद भी पूरे देश में यही वीडियो ट्रेंडिंग पर रहे। वहीं, हमलावरों के धमकी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेने के बाद आज सुबह दिल्ली से एनआईए की टीम भी मामले की आतंकवादी साजिश को देखते हुए जांच के लिए उदयपुर पहुंची है। इसके लिए एसआईटी टीम का भी गठन किया गया है। जिसमें एडीजी अशोक राठौड़ समेत 5 लोग शामिल है। 

भाजपा के तत्वाधान में उदयपुर बंद
घटना के बाद देर रात प्रदेश के हर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। लेकिन इसी बीच में घटना के विरोध को लेकर उदयपुर में भाजपा ने बंद का आह्वान किया। हालांकि मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। साथ ही दूसरे जिलों से भी फोर्स बुलाई गई है। ऐसे में पुलिस का प्रयास है कि किसी भी तरह की कोई भड़काऊ हिंसा नहीं हो।

देर रात तक हुई पथराव
घटना के बाद मंगलवार उदयपुर में एक समुदाय के लोग बड़ी संख्या में हाथीपोल इलाके में इकट्ठे हुए। जहां देर रात तक इन लोगों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। जवाब में पुलिस ने भी हल्का बल प्रयोग किया जिसमें एक भाजपा कार्यकर्ता को चोट भी आई। घटना के बाद बुधवार सुबह भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया परिजनों से मिलने पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर पहुंचे हैं। कटारिया ने कहा कि भाजपा मृतक के परिवार के साथ हैं जिन्हें न्याय दिलवा कर ही दम लेंगे।

इसे भी पढ़ें- Udaipur Talibani murder case: 2022 में गहलोत सरकार ने 3 बार लगाया कर्फ्यू, 6 महीने में 4 जिलों में तनाव 

इसे भी पढ़ें- उदयपुर हत्याकांड में अब तक का 15 बिग अपडेटः हत्यारों की गिरफ्तारी से लेकर NIA की एंट्री तक...