सार

राजस्थान में एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक नेता का अपनी पार्टी और सीएम के प्रति इतना समर्पण और आस्ता कि उसने अपने बेटे का नाम 'कांग्रेस' रख दिया। 

उदयपुर (राजस्थान). भारतीय राजनीति में सत्ता के लिए राजनेता कुछ भी कर सकता है। ऐसा ही एक अनोखा मामला राजस्थान में सामने आया है। जहां एक नेता का अपनी पार्टी और सीएम के प्रति इतना समर्पण  कि उसने अपने बेटे का नाम 'कांग्रेस' रख दिया। 

घरवालों के विरोध के बाद भी बेटे का नाम रख कांग्रेस
दरअसल, यह मामला उदयपुर शहर का है। जब कांग्रेस कार्यकर्ता विनोद जैन अपने बेटे का जन्म प्रमाण प्रत्र लेने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि 8 जुलाई, 2019 को उनकी पत्नी वंदना जैन ने पुत्र को जन्म दिया था। यह बर्थ उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुआ था तभी मैंने सोच लिया था कि अपने बेटे का नाम तो पार्टी पर रखूंगा। लेकिन जब मैंने यह बात घरवालों को बताई तो वह विवाद करने लगे। लेकिन में नहीं मना और उसका नाम कांग्रेस जैन रख दिया। आज इस नाम की सरकारी मुहर भी लग गई।

बोले-मैं सीएम और पार्टी के लिए कुछ भी कर सकता हूं...
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता विनोद जैन ने बताया, मैं अपनी कांग्रेस पार्टी और राज्य के सीएम अशोक गहलोत का बहुत सम्मान और प्यार करता हूं। इसलिए सीएम से प्रभावित होकर मैंने बेटे का नाम रखा है। मैं मुख्यमंत्री जी से हमेशा प्रेरणा लेता रहता हूं। 

25 साल से हैं सीएम के साथ...
बता दें कि विनोद जैन लंबे समय से कांग्रेस से जुडे़ हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत एनएसयूआई से शुरू की थी। वह 1993 से 1995 तक राजसमंद जिले के एनएसयूआई के महासचिव रहे हैं। वह पिछली 25 साल से सीए अशोक गहलोत के साथ जुड़े हैं। वर्तमान में विनोद गहलोत के डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं।