सार
राजस्थान के उदयपुर से एक वीडियो जारी हुआ है जहां एक 15 सौ किलो वजनी ट्रक पुल के ऊपर से बह गया। उसमें सवार तीन लोगों को मौके पर मौजूद गांव के लोगों ने रस्सा फेंक बचाया। फिर उसी की मदद से वाहन को खींच कर नदी के किनारे तक लाए।
उदयपुर. मानसून ने इस बार राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में गदर मचा रखा है । मारवाड़ के तीन से चार जिलों में आने वाले सभी बांध, नदी , तालाब ओवरफ्लो है और सड़कों पर पानी बह रहा है । सड़कों पर भी डेढ़ से दो फीट बहते पानी के कारण कई जिलों एवं पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से भी कई बार संपर्क टूट चुका है। बारिश के पानी में बहने से राजस्थान में इस बार सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं । हाल ही में एक और मामला उदयपुर से सामने आया है । जिसमें करीब 1500 से 2000 किलो वजनी एक ट्रक हो पानी ने कागज के खिलौने की तरह बहा दिया। ट्रक चालक ने सिर्फ 200 मीटर की सड़क पार करने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। जिस समय ट्रक नदी में बहा उस समय ट्रक में 3 लोग सवार थे । हादसा उदयपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित वरी गांव से होकर गुजरने वाली झामरी नदी पर हुआ ।
लोगों के मना करने के बाद भी ड्रायवर ने नहीं सुनी बात
स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी पर बने पुल पर भी पानी तेजी से बह रहा था। करीब डेढ़ से दो फीट तक पानी में लोगों को जाने से रोकने के लिए पुलिस भी तैनात थी और वरी गांव के लोग भी वही थे। जो भी लोग पुल पार करने की कोशिश कर रहे थे उनको ग्रामीण रोक रहे थे। लेकिन बुधवार शाम एक ट्रक चालक वहां आया और उसने नदी पार करने की कोशिश की। ग्रामीणों ने उसे रोकना चाहा लेकिन वह नहीं रुका उसने पुल करीब आधा पार कर भी लिया था।
पानी के तेज बहाव ने ट्रक को बहाया
पानी के तेज बहाव होने के कारण ट्रक पुल नहीं पार कर पाया। ट्रक पुलिया से नीचे उतर कर नदी में जा गिरा। मिनी ट्रक में 3 लोग सवार थे, वे गेट से बाहर आकर उसके उपर खड़े होकर अपने जान की सलामती की दुआ करने लगे। तभी वहां मौजूद कुछ लोगों में से एक युवक देवदूत बनकर आया। उसने अन्य लोगों की मदद से ट्रक के पास तक रास्सा फेंका। उसके बाद ट्रक में फंसे तीनों लोगों को एक-एक कर बाहर निकाल लिया। मौके पर देर रात तक ट्रक को निकालने की जद्दोजहद चलती रही। ग्रामीणों ने रस्सों के सहारे खींच खींच कर ट्रक को नदी के मुहाने तक घसीट लिया।
उल्लेखनीय है कि मारवाड़ में हो रही जबरदस्त बारिश के बाद पिछले 7 दिन में ही पानी में बहने के कारण 4 लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोगों को ग्रामीणों , पुलिस और रेस्क्यू टीम ने बचाया है।