सार
राजस्थान के सीकर जिले में एक सेना से सेवानिवृत होकर आए जवान का लोगों ने ऐसे यादगार स्वागत किया यह मिसाल बन गया। इतना भव्य वेलकम देख खुद जवान की आंखों में आसूं आ गए। जिसकी पूरे इलाके में खूब चर्चा हो रही है।
सीकर. राजस्थान का शेखावाटी इलाका सैनिकों की खान ही नहीं उनके सम्मान की नजीर पेश करती सरजमीं भी है। जहां सैनिकों की सेवानिवृति पर भी स्वागोत्सव की नई परंपरा चल पड़ी है। ताजा मामला सीकर जिले का है। जहां सेना से लेफ्टिनेंट पद से सेवानिवृत होकर आए बलवीर सिंह शेखावत के सम्मान में रविवार को ग्रामीणों ने पलक पावड़े बिछा दिए। लेफ्टिनेंट बलवीर के सम्मान में ग्रामीणों ने उन्हें हाथी पर बिठाकर पूरे गांव में जुलूस निकाला। जिसमें भारत माता व वंदेमातरम सरीखे देशभक्ति के नारों व गीतों से पूरा गांव गूंज उठा। इस बीच जवान का जगह जगह पुष्प वर्षा से स्वागत- सम्मान किया गया।
गांव से लेकर घर तक ऐसे हुआ सैनिका का सम्मान
दरअसल, यह एक सैनिक का इस तरह से शानदार करने वाली ये खबर श्रीमाधोपुर तहसील के मऊ गांव से सामने आई है। जहां गांव के लोगों ने ग्राम पंचायत भवन में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के सरपंच सहित हजारों ग्रामीण उत्साह से समारोह में शामिल हुए। समारोह के बाद जवान के घर भी साफा व माला पहनाकर उन्हें सम्मानित करने का दौर जारी रहा।
1992 में भर्ती हुए थे शेखावत
बलवीर सिंह शेखावत 1992 में भारतीय सेना में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। इसके बाद लेफ्टिनेंट पद पर पहुंचते हुए जम्मू कश्मीर, पुणे, जैसलमेर, बाड़मेर, जयपुर, दिल्ली तथा अंडमान निकोबार सहित कई जगहों पर सेवाएं दी है।
यहां भी जुलूस के साथ घर पहुंचे थे जवान
जवान की सेवानिवृति पर सम्मान समारोह का सिलसिला जनवरी महीने में शुरू हुआ था। जब पहले फागलवा में नेवी में 24 साल सेवा देकर हवलदार सुल्तान सिंह घर लौटे तो ग्रामीण नानी चौराहे पर ही स्वागत के लिए इक_ा हो गए। देशभक्ति गीतों के जोश के साथ तिरंगा फहराते हुए ग्रामीण सुल्तान सिंह को गोद में उठाते हुए घर तक पहुंचाकर आए। सियाचीन ग्लेशियर और करगिल युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे कर चुके वीरता के कई अवार्ड भी हासिल कर चुके सुल्तान सिंह के सम्मान में कई गांव उमड़ पड़े थे। इसी तरह लोसल के नजदीकी गांव भीराणा में भी जब सेना के जवान बलबीरसिंह शेखावत की सेवानिवृति के बाद घर वापसी हुई तो ग्रामीणों ने जवान के सम्मान में फूलों के साथ भावों की बरसात कर दी।
देश भक्ति गीतों की धूनों जमकर नाचा पूरा गांव
भारतीय सेना में 10 आम्र्ड रेजिमेंट से सेवानिवृत होकर लौटे बलबीरसिंह का इस दौरान लोसल कस्बे के बस स्टेण्ड पर पहुंचते ही फूल व मालाओं से स्वागत शुरू हुआ। जो देश भक्ति गीतों की धूनों के बीच निकले जुलूस के साथ जगह जगह होता रहा। दोनों ही जगहों पर सैनिकों के जिंदाबाद के नारों के साथ भारत माता के जयकारों ने माहौल को देशभक्ति के रंग से सराबोर कर दिया। कार्यक्रमों में हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।