सार
तेज धूप व गर्मी से तपते राजस्थान को सूटों दे सकता है सुकूनत वाली सौगात, आज दोपहर बाद बदल सकता है प्रदेश का मौसम कभी भी हो सकती है बरसात। मौसम विज्ञान ने जारी किया अलर्ट। जानिए मौसम का ताजा हाल....
सीकर (sikar). राजस्थान में चंद घंटों में मौसम बदलने वाला है। इस दौरान पूर्वी राजस्थान में सूटों (तेज हवाओं) के साथ बरसात का दौर शुरू होगा। जो आगामी तीन से चार दिनों तक जारी रहेगा। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में भी जोधपुर संभाग में इसका हल्का असर देखने को मिल सकता है। बाकी जगह मौसम फिलहाल साफ ही रहने का अनुमान है। इस संबंध में मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने अलर्ट जारी किया है।
क्या कहता है मौसम का मिजाज
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार राजस्थान के कोटा, उदयपुर संभाग के जिलों के कुछ स्थानों पर आज दोपहर के बाद आंधी बारिश की गतिविधियां शुरू होंगी। यह तंत्र पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में आगामी तीन-चार दिनों तक सक्रिय होने की संभावना बनी रहेगी। इस दौरान जयपुर, भरतपुर व अजमेर संभाग के जिलों में भी 12-13 जून को कहीं-कहीं बादल गरजने के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। जिसके साथ 40 से 50 किमी रफ्तार वाली हवाएं भी चलेगी। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर संभाग के पूर्वी हिस्सों में भी 12-13 जून को कही-कहीं मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश व आंधी की संभावना है। वहीं, बीकानेर संभाग के अधिकांश स्थानों पर मौसम आगामी दिनों में सामान्यत: साफ ही बना रहने की संभावना है। हालांकि संभाग के श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में दोपहर बाद कहीं-कहीं धूलभरी आंधी चल सकती है।
तापमान में होगी गिरावट, मानसून आने में लगेगे दो सप्ताह
मौसम विभाग के अनुसार नए मौसमी तंत्र से प्रदेश में तापमान में भी चार डिग्री तक की गिरावट आएगी। जिससे गर्मी से राहत मिलेगी। शर्मा के अनुसार राज्य के उत्तरी भागों में अब भी कहीं कहीं गर्मी का असर रह सकता है। लेकिन, दक्षिणी भागों में आगामी दिनों में आंधी-बारिश से तापमान में दो से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मानसून अभी कर्नाटक, मुम्बई सहित मध्य महाराष्ट्र के कुछ भागों में आगे बढा़ है। जबकि महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व दक्षिणी गुजरात के कुछ भागों में और आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसे में राजस्थान में मानसून आने में करीब दो सप्ताह का समय लग सकता है।