सार

मरने से पहले 99 साल की दादी ने अपने परिवारवालों से ऐसी इच्छा जताई थी। जिसे जानकर हर कोई हैरान रह जाएगा। कई लोग तो उस इच्छा को शायद पूरा भी ना करें। लेकिन इस दादी की अजीबो-गरीब चाहत को उनके परिवारवालों ने पूरा किया।

रिलेशनशिप डेस्क. वैसे तो ख्वाहिशों की कोई सीमा नहीं होती है। अपनी चाहत को पूरा करने के लिए लोग पूरी जिंदगी भागते रहते हैं। लेकिन वो जीवन के अंत तक पूरा नहीं हो पाता है तो उनकी इच्छा अधूरी रह जाती है। लेकिन एक दादी की ख्वाहिश को उनके परिवारवालों ने बिना किसी की परवाह किए पूरा किया और खबरों में आ गये। जी हां, 99 साल की दादी ने मरने के बाद कब्र पर एक ऐसी मूर्ति लगाने की ख्वाहिश जताई थी जिसे जानकर आप बोलेंगे कि ये कैसी अंतिम इच्छा है।

मेक्सिको के मिसांताला शहर में एक कब्र है। जहां पर साढ़े 5 फुट लंबे लिंग की मूर्ति लगाई गई है। भला कब्र पर इस तरह की मूर्ति लगाने का क्या मतलब बनता है, यही सोच रहे है ना। तो बता दें कि 99 साल की दादी डोना काटा की इच्छा था कि मरने के बाद उनके कब्र पर पेनिस की मूर्ति लगाई जाए। उनके परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए ,'उनके प्यार और जीवन के आनंद की पहचान'में साढ़े पांच फुट लंबी मूर्ति को खड़ा कर दिया। 

पोत ने बताया कि दादी आगे की सोच रखने वाली थीं

डोना काटा के पोते अल्वारो मोटा लिमोन ने बताया कि वह हमेशा बहुत आगे की सोच रखने वाली महिला थीं। चीजों के बारे में बहुत आगे की सोच वाली थी। वो मैक्सिकन की सोच को तोड़ना चाहती थी, जहां खुले दिमाग न होने के कारण कभी-कभी चीजें छिपी होती हैं। उन्होंने आगे बताया कि उनकी दादी लिंग को लिंग के प्रति विशेष आकर्षण था। वह अक्सर अपने परिवार के सदस्यों को गुलाम कहकर बुलाती थीं।

हर समस्या से डटकर मुकाबला करने की देती थी सीख

डोना काटा अपने बच्चों, नाती-पोतों और परपोते को यह संदेश देती थी कि वो गुलाम हैं और वे जो भी कुछ भी मन लगाकर करते हैं वो पूरा कर सकते हैं। लिमोन ने कहा कि उनकी दादी जीवन को लेकर बहुत ही आशावादी थीं। किसी भी  समस्या को अपने ऊपर हावी नहीं होने देती थी। उसने लिंग के रूपक के साथ परिवार के लिए उस विचार की अवधारणा की। लिमोन ने याद करते हुए कहा कि उनकी दादी उन्हें क्या बताती थीं कि किसी भी समस्या से हार नहीं माननी चाहिए। उसका डटकर मुकाबला करना चाहिए।

लिंग की मूर्ति के पीछे दादी की ये सोच थी

अपनी दादी की कब्र पर एक लिंग की मूर्ति पाने की आखिरी इच्छा के बारे में बात करते हुए, लिमोन ने कहा, 'उनकी इच्छा थी ताकि कोई उन्हें भूल न जाए और हम उनके बारे में जो कुछ भी प्यार करते हैं वह अधिक आसानी से याद किया जाएगा।' जिसके बाद परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने का फैसला किया। दादी की 99 वर्षों की आयु में पिछले साल 20 जनवरी 2021 को मौत हो गई थी। उनकी मौत के एक साल बाद अंतिम इच्छा पूरी हुई।

मूर्तिकार ने मूर्ति बनाने से पहले कर दिया था मना

मूर्तिकार ने पहले तो इस तरह की मूर्ति बनाने से इंकार कर दिया। लेकिन बाद में वो तैयार हो गया। मूर्ति को डिजाइन करने वाले इंजीनियर इसिड्रो लावोइग्नेट ने बताया कि पहले तो मुझे लगा कि यह मजाक है।  क्योंकि इस प्रकार की मूर्तियों या स्मारकों को देखना बहुत आम नहीं है। वो भी किसी कब्र पर उसकी याद में लगाना सोचा भी नहीं जा सकता है। लेकिन फिर 12 लोगों की टीम बनाकर इस मूर्ति को बनाया गया। जो पूरी तरह पुरुष के लिंग की तरह बनाया गया है।

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