सार
अगर आप इस वेडिंग सीजन में शादी करने जा रहे हैं, तो शादी से पहले अपने ये 6 मेडिकल टेस्ट जरूर करा लें, ये आपको कई समस्याओं से बचाते हैं।
रिलेशनशिप डेस्क : हमारे समाज में शादी होने से पहले कुंडलियों का मिलान होता है। लड़का-लड़की के गुणों को मिलाया जाता है। जिसके बाद उनकी शादी होती है। लेकिन कुंडली और गुणों के मिलने के अलावा भी कई ऐसी चीज है जो शादी से पहले हमें करनी चाहिए। उन्हीं में से एक है कुछ जरूरी मेडिकल टेस्ट कराना। जो हर कपल को शादी से पहले जरूर करवाना चाहिए। ताकि वह भविष्य में किसी भी तरह की बीमारियों की संभावना से बच सकें और प्रेगनेंसी के दौरान भी किसी तरह की कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं आए। तो चलिए हम आपको बताते हैं ऐसे छह मेडिकल टेस्ट जो है कपल को शादी से पहले जरूर करवाना चाहिए..
फर्टिलिटी टेस्ट
हर कपल को शादी से पहले फर्टिलिटी टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। इससे भविष्य में बच्चा पैदा करने में होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है। फर्टिलिटी की प्रॉब्लम सिर्फ महिलाओं में नहीं बल्कि पुरुषों में भी हो सकती है, इसलिए दोनों को फर्टिलिटी टेस्ट करवाना चाहिए।
ब्लड ग्रुप टेस्ट
वैसे तो ज्यादातर लोगों को पता होता है कि उनका ब्लड ग्रुप क्या है लेकिन आप जिस व्यक्ति से शादी करने वाले हैं उसका ब्लड ग्रुप जानना भी आपके लिए जरूरी है। ताकि भविष्य में जरूरत हो तो आप एक-दूसरे को अपना ब्लड डोनेट कर सकें। खासकर जब गर्भावस्था की बात आती है तो ब्लड ग्रुप बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि कुछ ब्लड ग्रुप एक दूसरे के साथ संगत नहीं होते हैं और गर्भधारण के दौरान समस्याएं हो सकती हैं।
HIV and STDs टेस्ट
एचआईवी और एसटीडी संक्रमण आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं और इसलिए यह जानना जरूरी है कि क्या आप या आपका साथी तो इस संक्रमण से ग्रसित नहीं है। पहले से इस टेस्ट को करवाने से आप भविष्य को जोखिमों को कम कर सकते हैं।
थैलेसीमिया टेस्ट
कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) टेस्ट करके थैलेसीमिया का पता लगाया जा सकता है। यह एक महत्वपूर्ण टेस्ट है जो बच्चों में जन्म दोष की संभावना को रोकने के लिए आवश्यक होता है। इस टेस्ट के जरिए ये पता लग सकता है कि आपको थैलेसीमिया माइनर है या नहीं। थैलेसीमिया माइनर होना कोई समस्या नहीं है, जब थैलेसीमिया माइनर वाले दो लोग शादी करते हैं, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना होती है कि पैदा होने वाले बच्चे को थैलेसीमिया मेजर हो सकता है जो चिंता का कारण है। इसलिए आप शादी से पहले ही इसका टेस्ट करवा लें।
ओवरी टेस्ट
30 की उम्र के बाद शादी करने वाली महिलाओं को सलह दी जाती है कि शादी से पहले वो अपना ओवरी टेस्ट करवा लें। दरअसल, 30 के दशक में महिलाएं आम तौर पर अंडे की कोशिकाओं के उत्पादन में कमी का अनुभव करती हैं जो गर्भधारण करने में समस्या पैदा कर सकता है। ऐसे में आप एक बार अंडाशयों का टेस्ट जरूर करवाएं।
जेनेटिक टेस्ट
शादी से पहले लड़का और लड़की को अपने अनुवांशिक परीक्षण यानी की जेनेटिक टेस्ट करवाना चाहिए ताकि यह पता चल सके कि क्या उन्हें पारिवारिक बीमारी तो नहीं है।
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