सार

आम तौर पर दुनियाभर की संस्कृतियों में यह देखा गया है कि दुल्हन की उम्र दूल्हे से कुछ कम होती है। अगर दुल्हन दूल्हे से ज्यादा उम्र की हुई, तो इसे ठीक नहीं माना जाता है। 

रिलेशनशिप डेस्क। आम तौर पर दुनियाभर की संस्कृतियों में यह देखा गया है कि दुल्हन की उम्र दूल्हे से कुछ कम होती है। अगर दुल्हन दूल्हे से ज्यादा उम्र की हुई, तो इसे ठीक नहीं माना जाता है। वैसे, अब तो लव मैरिज और लिव-इन रिलेशनशिप में लड़के और लड़की के बीच उम्र का फर्क कोई मायने नहीं रखता, लेकिन अरेंज मैरिज के दौरान रिश्ता तय करन वाले इस बात का जरूर ख्याल रखते हैं कि दुल्हन की उम्र दूल्हे से कुछ कम जरूर हो। शादी के लिए लड़की देखते समय वर पक्ष के लोग इसका ध्यान रखते हैं कि लड़की की उम्र लड़के से 4-5 साल कम हो, वहीं वधू पक्ष वाले भी लड़की से कम उम्र का लड़का पसंद नहीं करते। इसके पीछे कुछ खास कारण बताए जाते हैं। जानते हैं इनके बारे में।

1. हार्मोनल चेंज
कहा जाता है कि हार्मोनल चेंज होने से औरतें पुरुषों के मुकाबले जल्दी ही ज्यादा उम्र की दिखने लगती है। गर्भाधान की प्रक्रिया भी औरतों में ज्यादा उम्र होने पर बंद हो जाती है। इसे ध्यान में रख कर ही लोग दूल्हे के मुकाबले दुल्हन की उम्र का कम होना पसंद करते हैं।

2. मेच्योरिटी
लोगों का मानना है कि उम्र के हिसाब से लड़के और लड़की की परिपक्वता में फर्क होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि लड़कों की तुलना में लड़कियां जल्दी परिपक्व हो जाती हैं। लड़कों को भावनात्मक रूप से परिपक्व होने में ज्यादा समय लगता है। यह अंतर 3 से 4 साल का हो सकता है।

3. प्रजनन क्षमता
स्त्रियों में प्रजजन की क्षमता एक खास उम्र तक ही होती है, जबकि पुरुषों के साथ ऐसी बात नहीं है। विवाह का एक प्रमुक उद्देश्य संतान की प्राप्ति है। कई बार संतान पैदा होने में कई वजहों से देर होती है। इसे ध्यान में रखते हुए भी लोग चाहते हैं कि दूल्हे की उम्र से दुल्हन की उम्र कम हो।

4. सामंजस्य बनना
लोगों का मानना है कि अगर वर-वधू की उम्र में अंतर नहीं होगा तो उनमें सामंजस्य नहीं बन सकेगा और आपसी समझदारी नहीं विकसित हो सकेगी। ऐसा देखा गया है कि पत्नी की उम्र पति के बराबर या उससे कुछ ज्यादा हो तो ठीक से एडजस्टमेंट नहीं हो पाता।

5. भावनात्मक समस्याएं
पति-पत्नी की उम्र एक समान होने पर कुछ भावनात्मक समस्याएं पैदा होने लगती हैं। परंपरा से जो बातें चली आ रही हैं, उनका असर लोगों की मानसिकता पर होता है। वैसे, वैज्ञानिक दृष्टिकोण तो यह है कि पत्नी की उम्र पति के बराबर हो तो इससे वैवाहिक जीवन पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन उम्र ज्यादा होने की स्थिति में आगे चल कर रिलेशनशिप में परेशानी आने लगती है।