सार
न्याय और नीति के अनुसार काम करने वाले लोगों पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है। ऐसे लोगों को धन संबंधी कामों में विशेष लाभ मिलता है और घर में खुशहाली बनी रहती है।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार गरुड़ पुराण में लक्ष्मी को प्रसन्न करने के 7 शुभ काम बताए गए हैं। जानिए ये काम कौन-कौन से हैं...
1. धैर्य से लेना चाहिए काम
किसी भी काम में स्थाई सफलता तभी मिलती है, जब अंतिम समय तक धैर्य बनाए रहते हैं। जब भी धैर्य छोड़कर जल्दबाजी की जाती है, असफल होने की संभावनाएं बढ़ने लगती हैं।
2. क्रोध न करें
क्रोध, व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता को नुकसान पहुंचाता है। क्रोधी व्यक्ति के जीवन में और घर में हमेशा अशांति रहती है। जहां अशांति होती है, वहां दरिद्रता का वास होता है। लक्ष्मी कृपा चाहिए तो क्रोध को छोड़ देना चाहिए।
3. इंद्रियों पर काबू रखना चाहिए
पांच ज्ञान इंद्रियां (जो इंद्रियां हमें किसी बात का ज्ञान कराती हैं।) और पांच कर्म इंद्रियां (जिन इंद्रियों से हम काम करते हैं।) बताई गई हैं। इन दसों इंद्रियों को वश में रखना चाहिए। यदि इन पर हमने सही नियंत्रण रखा तो अलग-अलग समय पर अलग-अलग इंद्रियां हमें परेशानियों के लिए सही समाधान बता देती हैं।
4. पवित्रता बनाए रखें
जो लोग मन और शरीर की पवित्रता बनाए रखते हैं, उन्हें लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त होती है। मन की पवित्रता अच्छे विचारों से होती है और शरीर की पवित्रता साफ-सफाई से रहने से होती है।
5. गरीबों की मदद करें
गरीब और जरुरतमंद लोगों के लिए दया का भाव होना भी जरूरी है। समय-समय पर ऐसे लोगों की अपने सामर्थ्य के अनुसार मदद करते रहना चाहिए।
6. कभी भी किसी का दिल दुखाने वाली बात नहीं बोलनी चाहिए
घर-परिवार हो या समाज, हमें सदैव ही मीठे वचनों यानी वाणी का उपयोग करना चाहिए। जाने-अनजाने कभी भी ऐसे शब्दों का उपयोग नहीं करें, जिनसे किसी के मन को ठेस पहुंचती है।
7. किसी के प्रति जलन का भाव न रखें
मित्रों और शुभचिंतकों के प्रति जलन का भाव नहीं रखना चाहिए। जो लोग दूसरों के प्रति जलन का भाव रखते हैं, उनसे महालक्ष्मी कभी भी प्रसन्न नहीं हो सकती हैं। सभी से प्रेम भाव रखना चाहिए।
जो लोग इन सात साधनों का ध्यान रखते हैं, वे लक्ष्मी कृपा प्राप्त करते हैं और सदैव सुखी रहते हैं।