सार
अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 8 दिसंबर, रविवार को है।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में गीता का उपदेश दिया था। गीता मोक्ष प्रदान करती है, इसलिए इस एकादशी का नाम मोक्षदा है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। इस दिन कुछ खास मंत्रों का जाप करने से भी भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है। ये मंत्र इस प्रकार हैं-
इस विधि से करें मंत्र का जाप
- एकादशी की सुबह स्नान आदि करने के बाद एक साफ स्थान पर भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- भगवान श्रीकृष्ण की विधि-विधान से पूजा करें। गाय के शु्दध घी का दीपक जलाएं। माखन-मिश्री का भोग लगाएं।
- भगवान के भोग में तुलसी के पत्ते अवश्य होने चाहिए।
- इसके बाद तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जाप करें। कम से कम 5 माला जाप करें।
मंत्र- ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:
- पूजा करते समय कुशा के आसन का उपयोग करें तो बेहतर रहता है।
- इस तरह मंत्र जाप करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।