सार
भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित अनेक ग्रंथों व पुराणों की रचना की गई है, लेकिन उन सभी में श्रीमद्भागवत को सबसे सटीक माना गया है।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार जो व्यक्ति रोज श्रीमद्भागवत का पाठ करता है, उसके बुरे दिन खत्म हो जाते हैं और उसे हर काम में सफलता मिलती है। अगर आपके पास इतना समय नहीं है तो नीचे लिखे सिर्फ एक मंत्र को पढ़ने से भी आपको संपूर्ण श्रीमद्भागवत पढ़ने का फल मिल सकता है। इस मंत्र को एक श्लोकी भागवत कहते हैं। यह मंत्र इस प्रकार है-
मंत्र
आदौ देवकी देव गर्भजननं, गोपी गृहे वद्र्धनम्।
माया पूज निकासु ताप हरणं गौवद्र्धनोधरणम्।।
कंसच्छेदनं कौरवादिहननं, कुंतीसुपाजालनम्।
एतद् श्रीमद्भागवतम् पुराण कथितं श्रीकृष्ण लीलामृतम्।।
अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्ण:दामोदरं वासुदेवं हरे।
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं जानकी नायकं रामचन्द्रं भजे।।
ये है मंत्र जाप की संपूर्ण विधि
1. सुबह जल्दी नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें।
2. भगवान श्रीकृष्ण के चित्र के सामने आसन लगाकर तुलसी की माला लेकर इस मंत्र का जाप करें। प्रतिदिन पांच माला जाप करने से हर परेशानी समाप्त हो सकती है।
3. आसन कुश का हो तो अच्छा रहता है।
4. रोज एक ही समय पर, एक ही आसन पर बैठकर और एक ही माला से मंत्र जाप किया जाए तो यह मंत्र जल्दी ही सिद्ध हो सकता है।
5. इस मंत्र के जाप से संपूर्ण श्रीमद्भागवत पढ़ने का फल मिलता है।