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- Chaitra Navratri 2024 Vrat Niyam: अगर आप भी कर रहे हैं चैत्र नवरात्रि व्रत तो कौन-से 5 काम भूलकर भी न करें?
Chaitra Navratri 2024 Vrat Niyam: अगर आप भी कर रहे हैं चैत्र नवरात्रि व्रत तो कौन-से 5 काम भूलकर भी न करें?
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9 से 17 अप्रैल तक रहेगी चैत्र नवरात्रि
Chaitra Navratri 2024: इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व 9 अप्रैल, मंगलवार से शुरू होगा, जो 17 अप्रैल, बुधवार तक मनाया जाएगा। नवरात्रि के 9 दिनों तक अनेक लोग व्रत भी करते हैं। ये नियम बहुत कठोर. भी होते हैं। इस दौरान खाने-पाने के साथ-साथ अन्य बातों का भी ध्यान रखा जाता है। व्रत के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है, नहीं तो व्रत का पूरा फल नहीं मिल पाता। आगे जानिए इन नियमों के बारे में…
नवरात्रि में व्रत के दौरान कैसा भोजन करें?
शास्त्रीय नियमों के अनुसार, चैत्र नवरात्रि में यदि आप व्रत कर रहे हैं तो इस दौरान सात्विक भोजन करें जैसे फल, दूध, साबूदाने की खिचड़ी आदि। एक समय भोजन का संकल्प लिया है तो प्याज-लहसुन का उपयोग न करें। मिठाई और पान जैसी राजसी चीजें खाने से भी बचें। नवरात्रि व्रत में खान-पान पर पूर्ण नियंत्रण होना चाहिए।
नवरात्रि व्रत में क्षौर कर्म न करें
धर्म ग्रंथों के अनुसार, जो भी व्यक्ति चैत्र नवरात्रि का व्रत रखता है, उसे इस दौरान क्षौर कर्म नहीं करना चाहिए। क्षौर कर्म का अर्थ है- बाल और नाखून काटना। यानी इस दौरान व्रत करने वाले को शेविंग भी नहीं करवानी चाहिए। नवरात्रि व्रत में इन बातों का खास ध्यान रखा जाता है।
तन-मन से ब्रह्मचर्य का पालन करें
नवरात्रि के दौरान व्रती (व्रत करने वाला) को ब्रह्मचर्य का पालन पूरी निष्ठा से करनी चाहिए। सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी गलत विचार मन में न लाएं। ये नवरात्रि व्रत का सबसे जरूरी नियम है। नवरात्रि के दौरान मन-मन से सात्विक रहना बहुत जरूरी है।
किसी पर भी क्रोध न करें
नवरात्रि व्रत के दौरान मन को पूरी तरह से शांत रहें। यानी किसी पर भी क्रोध न करें। यदि किसी से कोई गलती हो भी जाए तो उसे माफ कर दें, क्रोध करने से बचें। इस दौरान महिलाओं का अपमान भी बिल्कुल न करें। हिंदू धर्म में महिलाओं को देवी माना गया है। महिलाओं का अपमान करने से देवी नाराज होती हैं।
संयमित होनी चाहिए दिनचर्या
चैत्र नवरात्रि व्रत के दौरान आपकी दिनचर्या पूरी तरह से सयंमित होना चाहिए यानी सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठे, घर के काम करने के बाद देवी की कथाएं सुनें या मंत्रों का जाप करें। रात को जल्दी सो जाएं। किसी तरह के बुरे विचार मन में नहीं आना चाहिए और न किसी किसी की बुराई करें।
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।