सार
Hindu tradition belief: हिंदू धर्म में विवाह के दौरान अनेक परंपराएं निभाई जाती हैं। विवाह में रिश्तेदारों को बुलाने के लिए पत्रिका और इन्वीटेशन कार्ड भी छपवाए जाते हैं। इस इन्वीटेशन कार्ड को छपवाते समय भी कईं बातों का ध्यान रखा जाता है।
Hindu tradition belief: हिंदू परिवारों में जब भी किसी का विवाह होता है तो नाते-रिश्तेदारों को बुलाने के लिए आमंत्रण पत्र यानी इन्वीटेशन कार्ड छपवाए जाते हैं। इन कार्ड्स में कौन-सा कार्यक्रम, किस दिन होगा, इसकी पूरी डिटेल होती है। साथ ही इसमें परिवार के लोगों के साथ-साथ वर-वधू के नाम भी होते हैं। पत्रिका में वर यानी दूल्हे के नाम के आगे चि. लिखा होता है और वधू यानी दुल्हन के नाम के आगे सौ.। बहुत कम लोगों को इसका कारण पता है। आगे जानिए क्या है चि. और सौ. का अर्थ…
क्या होता है चि. का अर्थ?
विवाह पत्रिका में दूल्हे के नाम के आगे चि. जरूर लिखा होता है, जिसका अर्थ होता है चिरंजीवी यानी लंबी उम्र वाला। ऐसा लिखना शुभ माना जाता है। इसके पीछे का अर्थ है कि दूल्हे की आयु लंबी हो और उसे हर तरह के शुभ फलों की प्राप्ति हो सके। हिंदी व्याकरण में चिरंजीवी का अर्थ अमर बताया गया है।
क्या होता है सौ. का अर्थ?
विवाह पत्रिका में दुल्हन के नाम के आगे सौ. लिखा होता है, जिसका अर्थ होता है सौभाग्यवती या सौभाग्यकांक्षी। जब होने वाली दुल्हन के नाम के आगे सौ. लिखा है तो इसका अर्थ यही समझना चाहिए। सौभाग्यवती यानी शुभ गुणों वाली कन्या जो अपने परिवार का कल्याण करती है।
क्यों छपवाए जाते हैं विवाह के आमंत्रण कार्ड?
शुभ अवसरों पर अपने परिवार और समाज के लोगों को घर बुलाकर उन्हें भोजन करवाया जाता है और अन्य कार्यक्रमों में उपस्थित होने के लिए आग्रह भी किया जाता है। भूल-चूक से कोई व्यक्ति छूट न जाए और उस तरह हर कार्यक्रम की जानकारी आसानी से पहुंच जाए, इसलिए विवाह पत्रिका यानी इन्हीटेशन कार्ड छपवाए जाते हैं।
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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।