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Ghata Sthapana Muhurat 2025: नवरात्रि के पहले दिन कब करें घट स्थापना? नोट करें 6 शुभ मुहूर्त
Ghata Sthapana Muhurat 2025: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना करने की परंपरा है। घट स्थापना को ही कलश स्थापना भी कहते हैं। इसके बिना नवरात्रि पर्व शुरू नहीं होता। जानें नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना के कितने शुभ मुहूर्त हैं?

एक साल में कितनी नवरात्रि होती है?
Shardiya Navratri 2025 Ghata Sthapana Muhurat: धर्म ग्रंथों के अनुसार, साल में 4 नवरात्रि मनाई जाती है, इनमें से 2 गुप्त और 2 प्रकट कहलाती है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष में मनाई जाने वाली नवरात्रि प्रकट होती है और इसे शारदीय नवरात्रि कहते हैं। ये साल में आने वाली 4 में से सबसे प्रमुख नवरात्रि होती है। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की परंपरा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानें इस बार कब से शुरू होगी शारदीय नवरात्रि और नोट करें घट स्थापना के शुभ मुहूर्त…
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कब से शुरू होगा शारदीय नवरात्रि 2025?
इस बार शारदीय नवरात्रि का पर्व 22 सितंबर, सोमवार से शुरू होगा जो 1 अक्टूबर, बुधवार तक मनाया जाएगा। खास बात ये है कि इस बार नवरात्रि 9 नहीं बल्कि 10 दिनों की होगी। ज्योतिषाचार्य पं. शर्मा के अनुसार, इस बार नवरात्रि की चतुर्थी तिथि 2 दिन रहेगी, जिसके चलते नवरात्रि पर्व 9 नहीं बल्कि 10 दिनों तक मनाया जाएगा। नवरात्रि के दिनों में वृद्धि शुभ मानी गई है।
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शारदीय नवरात्रि 2025 घट स्थापना मुहूर्त
सुबह 06:09 से 08:06 तक
सुबह 09:11 से 10:43 तक
सुबह 11:48 से दोपहर 12:37 तक (अभिजीत मुहूर्त)
दोपहर 01:42 से 03:13 तक
शाम 04:45 से 06:16 तक
शाम 06:15 से रात 07:44 तक
नवरात्रि में किस दिन, देवी के कौन-से रूप की पूजा करें?
1. नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा करें।
2. नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करनी चाहिए।
3. नवरात्रि के तीसरे दिन देवी के चंद्रघंटा स्वरूप की उपासना करें।
4. नवरात्रि के चौथे दिन की मुख्य देवी कूष्मांडा हैं, इस दिन इनकी पूजा करें।
5. पांचवां दिन स्कंदमाता की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
6. छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा करें।
7. नवरात्रि के सातवें दिन देवी कालरात्रि की साधना करनी चाहिए।
8. आठवें दिन की मुख्य देवी महागौरी हैं। इस दिन इनकी पूजा शुभ रहती है।
9. नवरात्रि के अंतिम दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा करें।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।