MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Religion
  • Spiritual
  • Chhath Puja 2025: जानिए डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के पीछे का रहस्यमय कारण

Chhath Puja 2025: जानिए डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के पीछे का रहस्यमय कारण

छठ पूजा 2025 के दौरान, भक्त डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस परंपरा के पीछे एक गहरा आध्यात्मिक रहस्य छिपा है? यह जीवन के उतार-चढ़ाव, नई शुरुआत और सूर्य की दिव्य ऊर्जा का प्रतीक है। 

3 Min read
Bimla Kumari
Published : Oct 23 2025, 10:09 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
15
नहाय खाय से शुरू होता छठ महापर्व
Image Credit : Getty

नहाय-खाय से शुरू होता छठ महापर्व

लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह पर्व छठी मैया और भगवान सूर्य को समर्पित है। यह साल में दो बार चैत्र और कार्तिक माह में मनाया जाता है। छठ पूजा का व्रत सुखी जीवन और संतान की लंबी आयु की कामना के लिए किया जाता है। यह महापर्व चार दिनों तक चलता है। इस महापर्व से कई परंपराएं, नियम और महत्व जुड़े हुए हैं। छठ पूजा का महापर्व नहाय-खाय से शुरू होता है और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होता है। हालांकि, छठ पर्व के दौरान डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य क्यों दिया जाता है? आइए जानें…

25
छठ पूजा कब शुरू होती है?
Image Credit : Getty

छठ पूजा कब शुरू होती है?

इस वर्ष, छठ पूजा 25 अक्टूबर से शुरू हो रही है। यह पर्व 28 अक्टूबर को समाप्त होगा। 25 अक्टूबर को पहले दिन नहाय-खाय होगा। दूसरे दिन, 26 अक्टूबर को खरना मनाया जाएगा। तीसरे दिन, 27 अक्टूबर को शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। चौथे दिन, 28 अक्टूबर को सुबह उगते सूर्य को अंतिम अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ ही छठ पूजा का समापन होगा।

Related Articles

Related image1
Budhi Diwali 2025: कहां और क्यों मनाई जाती है बूढ़ी दिवाली, जानिए क्या है पौराणिक कथा
Related image2
Akshaya Navami 2025: आंवला नवमी पर करें ये अचूक उपाय, दूर होगी हर परेशानी
35
अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने का अर्थ
Image Credit : Getty

अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने का अर्थ

जिस प्रकार सूर्य अस्त होता है और फिर उदय होता है, उसी प्रकार जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। इसीलिए डूबते सूर्य को अर्घ्य देना अंत और नई शुरुआत दोनों का प्रतीक माना जाता है। यह भी माना जाता है कि छठ पर्व के दौरान डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने से उसकी रोशनी के कारण त्वचा रोगों से बचाव होता है। इससे कई समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है। जिस प्रकार सूर्य प्रतिदिन अस्त होने के बाद पुनः उदय होता है, उसी प्रकार जीवन में सुख और दुःख स्थिर नहीं रहते। सुख और दुःख आते-जाते रहते हैं।

45
छठ महापर्व के दौरान डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का महत्व
Image Credit : Getty

छठ महापर्व के दौरान डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का महत्व

छठ एकमात्र ऐसा प्रमुख पर्व है जिसमें डूबते सूर्य को प्रणाम किया जाता है और फिर अर्घ्य दिया जाता है। किसी अन्य हिंदू पर्व में डूबते सूर्य की पूजा नहीं की जाती। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शाम के समय भगवान सूर्य अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ होते हैं, जो सूर्य की अंतिम किरण होती है। संध्याकालीन पूजा में सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ्य दिया जाता है।

55
छठ महापर्व में उगते सूर्य को अर्घ्य देने का महत्व
Image Credit : Getty

छठ महापर्व में उगते सूर्य को अर्घ्य देने का महत्व

उगते सूर्य को अर्घ्य देना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही छठ महापर्व का समापन होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रातः सूर्योदय के समय सूर्य देव अपनी पत्नी उषा के साथ होते हैं, जो सूर्य की पहली किरण होती है। छठ पूजा में उगते सूर्य को अर्घ्य देने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

About the Author

BK
Bimla Kumari
बिमला कुमारी। मीडिया में 7 साल से ज्यादा का अनुभव। दिसंबर 2024 से एशियानेट न्यूज हिंदी से जुड़कर काम कर रही हैं। पत्रकारिता में मास्टर्स की डिग्री। लाइफ-स्टाइल, एजुकेशन, धर्म-कर्म के अलावा, राजनीतिक और क्राइम के मुद्दों पर लिखने का अनुभव है। पूर्व में प्रभात खबर के डिजिटल विंग में ये काम कर चुकी हैं।
छठ पूजा
Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved