Palmistry: हस्तरेखा शास्त्र में न सिर्फ हमारी हथेली की रेखाओं और चिह्नों बल्कि अंगुलियों व अंगूठे के आकार-प्रकार का भी ध्यान रखा जाता है। हमारा अंगूठा कितने डिग्री तक मुड़ सकता है, इस आधार पर इसके तीन प्रकार बताए गए हैं।
Thaipusam 2023: थाईपुसम मलेशिया के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस त्योहार में भगवान मुरुगन की पूजा विशेष रूप से होती है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मलेशिया एक मुस्लिम देश है, लेकिन फिर भी यहां थाईपुसम का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाता है।
Shani Ast 2023: फरवरी 2023 के शुरूआती दिनों में ही ग्रहों की उथल-पुथल देखने को मिलेगी, जिसका असर देश-दुनिया के साथ-साथ हर व्यक्ति पर भी दिखाई देगा। ग्रहों की इस उथल-पुथल में शनि, बुध और सूर्य शामिल हैं।
Mahabharat Facts: ये बात तो सभी जानते हैं कि स्वर्ग की एक अप्सरा ने अर्जुन को नपुसंक होने का श्राप दिया था। ये श्राप अज्ञातवास के दौरान अर्जुन के काम आया था। वो अप्सरा कौन थी और उन्होंने ऐसा श्राप क्यों दिया था, इसके बारे में कम ही लोग जानते हैं।
Sant Ravidas Jayanti 2023: आज (5 फरवरी, रविवार) संत रविदासजी की जयंती है। पूरे देश में उनके अनुयायी इस दिन को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। काशी में संत रविदास का एक विशाल मंदिर है। इस मंदिर को काशी का दूसरा स्वर्ण मंदिर भी कहते हैं।
Sant Ravidas Jayanti 2023 Wishes: संत रविदास एक महान समाज सुधारक और विचारक थे। उनके विचारों को उन्होंने दोहों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाया और आडंबरों का विरोध किया। इस बार 5 फरवरी, रविवार को संत रविदासजी की जयंती है।
Chanakya Niti: हम देखते हैं कि कुछ लोग काफी पैसा होने के बाद भी कुछ समय बाद कंगाल हो जाते हैं। ऐसा कैसे होता है, इसके बारे में आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है। ये बातें हमें भी ध्यान रखनी चाहिए और भूलकर भी ये काम नहीं करना चाहिए।
How to remove bad luck: हमारे घर के सामने कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो घर के वास्तु को प्रभावित करती हैं, जिससे हमारा दुर्भाग्य बढ़ने लगता है। लेकिन बहुत कम लोग इन बातों के बारे में जानते हैं। ये चीजें हमारे भविष्य के लिए बड़ा संकट खड़ा कर सकती हैं।
Vishwakarma Jayanti 2023 Wishes: इस बार विश्वकर्मा जयंती का पर्व 3 फरवरी को है। इन दिन भगवान विश्वकर्मा के साथ-साथ मशीनों और औजारों की पूजा भी की जाती है। विश्वकर्मा ने ही ब्रह्मदेव के कहने पर इस सृष्टि का निर्माण किया है।
Palmistry: हस्तरेखा शास्त्र में पांचों अंगुली को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। इन सभी अंगुलियों का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है। उसी के आधार पर ग्रहों का आपके जीवन पर कैसा असर हो सकता है, इसका आंकलन भी किया जाता है।