वास्तु शास्त्र में दसों दिशाओं से युक्त किसी भी घर में एक वास्तु पुरुष की कल्पना की गई है, जिसकी नाभि ठीक मध्य भाग में आती है। इस स्थान को ब्रह्म स्थान कहा गया है।
किसी भी व्यक्ति के जीवन पर बृहस्पति यानी गुरु ग्रह का अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। जीवन में मान-सम्मान, संयम, सदाचार, शील, धैर्य, प्रतिष्ठा, विवाह सुख आदि अनेक कारक बृहस्पति के ही प्रभावक्षेत्र में आते हैं।
उज्जैन. इस बार 25 जुलाई, रविवार से हिंदू पंचांग का पांचवां महीना सावन शुरू हो रहा है, जो 22 अगस्त, रविवार तक रहेगा। इस महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शास्त्रों में कुछ ऐसे काम बताए गए हैं जो हमें सावन मास में नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हमें अशुभ परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। आगे जानिए सावन से जुड़ी खास बातें और वो कौन-से काम हैं जो हमें सावन में नहीं करने चाहिए…
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े पहलुओं के बारे में महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। ये बातें मनुष्य को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
उज्जैन. भारत में देवी-देवताओं के लाखों मंदिर हैं। इन मंदिरों में करोड़ों लोग अपने आराध्य को तरह-तरह के भोग और प्रसाद चढाते हैं, जहां सबकी मान्यताएं और परंपराएं भी अलग-अलग हैं। आज हम आपको बताने जा रहे देश के कुछ ऐसे ही मंदिर के बारे में जो अपने अलग-अलग तरह के प्रसाद को लेकर काफी चर्चा में बने रहते हैं। इन मंदिरों में डोसा से लेकर शराब तक अर्पित की जाती है।
उज्जैन. जब हम घर का निर्माण करवाते है तो उस समय वास्तु का विशेष ध्यान रखते हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन पर ध्यान न देने के कारण वास्तु दोष लगता है। इस कारण घर में आर्थिक तंगी और क्लेश होने लगता है। यदि आपके घर में भी ऐसा हो तो तुरंत ध्यान देना चाहिए अन्यथा आपकी जेब को खाली होते समय नहीं लगता है। आगे जानिए उन वास्तु दोषों के बारे में जिनके कारण घर में रुपए पैसे की किल्लत होने लगती है और इससे कैसे बचा जा सकता है…
आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाया जाता है। इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं, क्योंकि इसी दिन महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। इस साल यह तिथि 23 जुलाई, शुक्रवार को सुबह 10:43 से आरंभ होकर 24 जुलाई 2021 की सुबह 08:06 बजे तक रहेगी।
हिंदू कैलेंडर में हर महीने आने वाली पूर्णिमा शुक्लपक्ष की 15वीं तिथि होती है। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा पर भगवान शिव और पार्वती की पूजा भी की जाती है। इस दिन किए गए दान और उपवास से अक्षय फल मिलता है।
उज्जैन. 25 जुलाई, रविवार से भगवान शिव का प्रिय मास सावन शुरू होने वाला है। इस मास में आने वाले सोमवार बहुत ही विशेष होते हैं क्योंकि सावन और सोमवार दोनों ही भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ माने जाते हैं। इस बार सावन मास में 4 सोमवार आ रहे हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इन सोमवार को भगवान शिव का विधि-विधान से पूजन करके इच्छित मनोकामना की पूर्ति की जा सकती है। जानिए सावन में कब-कब सोमवार आ रहा है और उनका महत्व…
उज्जैन. आज (20 जुलाई, मंगलवार) आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इसे देवशयनी एकादशी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीनों के लिए विश्राम करने पाताल लोक चले जाते हैं। इसके बाद 4 महीनों तक मांगलिक कार्यों पर भी रोक लग जाती है। उज्जैन के ज्योतिषचार्य पं. प्रफुल्ल भटट के अनुसार, इस दिन राशि अनुसार उपाय करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…