आचार्य चाणक्य (Chanakya) भारत के सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। वे कौटिल्य या विष्णुगुप्त नाम से भी विख्यात हैं। आचार्य श्री चणक के शिष्य होने के कारण वह चाणक्य (Chanakya) कहे गए। आचार्य चाणक्य (Chanakya) कूटनीति और राजनीति के महान ज्ञाता थे। उन्होंने अपने अनुभव और ज्ञान को नीतिशास्त्र (Niti shastra) में संकलित किया है। उनके द्वारा रचित अर्थशास्त्र नामक ग्रन्थ राजनीति, अर्थनीति, कृषि, समाजनीति आदि का महान ग्रंन्थ है। आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में चार चीजों को सबसे महत्वपूर्ण बताया है।