इस बार 22 अक्टूबर को मंगल पुष्य का शुभ योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पुष्य नक्षत्र में किया गया कोई भी उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान करता है।
दीपावली के 4 दिन पहले सोम व मंगल पुष्य नक्षत्र 23 घंटे 6 मिनिट तक रहेगा। इस दौरान अनेक विशेष संयोग भी बनेंगे।
कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 27 अक्टूबर, रविवार को है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये दिन लक्ष्मी कृपा पाने के लिए बहुत ही शुभ है, क्योंकि इस दिन किए गए उपाय, टोटके आदि का संपूर्ण फल प्राप्त होता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण अष्टमी को अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 21 अक्टूबर, सोमवार को है।
इस बार 21 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र होने से सोम पुष्य का शुभ योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये नक्षत्र शुभ फल देने वाला माना गया है।
दीपावली के पहले आने वाला पुष्य नक्षत्र बहुत ही शुभ होता है। इस बार 21 अक्टूबर को सोम पुष्य व 22 अक्टूबर को मंगल पुष्य का शुभ योग बन रहा है। इसे खरीदारी का महामुहूर्त भी कहते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में नक्षत्रों का विशेष महत्व है। इन सभी में पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना जाता है। 27 नक्षत्रों में पुष्य 8 वां नक्षत्र है।
हिंदू धर्म में विवाह के समय अनेक परंपराएं निभाई जाती हैं जैसे- हल्दी लगाना, 7 वचन आदि। इसके साथ ही वर-वधू अग्नि के 7 फेरे लेते हैं।
दीपावली पर देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन प्रमुख लक्ष्मी मंदिरों में भी भक्त दर्शन करते जाते हैं। मुंबई से लगभग 400 किमी. दूर कोल्हापुर महाराष्ट्र का एक जिला है, जहां धन की देवी लक्ष्मी का एक सुंदर मंदिर है।
पुष्य का नक्षत्रों में विशेष महत्व है। दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र में की जाने वाली हर प्रकार की खरीदारी अक्षय फल प्रदान करने वाली होती है।