सार
गोस्वामी तुलसीदासजी द्वारा लिखी गई श्रीरामचरित मानस में ऐसी अनेक चौपाइयां हैं, जिनके जाप से हर संकट का समाधान हो सकता है।
उज्जैन. अगर आप लगातार आने वाले संकटों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए भी श्रीरामचरित मानस में 1 चौपाई बताई गई है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, जानिए कौन-सी है वो चौपाई और कैसे करें उसका जाप...
चौपाई
जो प्रभु दीनदयाला कहावा। आरति हरन बेद जस गाबा।।
जपहिं नामु जन आरत भारी। मिटहिं कुसंकट होहिं सुखारी।।
दीनदयाल बिरद संभारी। हरहु नाथ मम संकट भारी।।
ऐसे करें इस चौपाई का जाप
1. रोज सुबह स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनें। इसके बाद एक लाल कपड़े पर भगवान श्रीराम की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
2. भगवान श्रीराम के चित्र पर तिलक लगाएं और चावल अर्पित करें। इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जलाएं जो जाप के अंत तक जलता रहे। भगवान श्रीराम को भोग भी अर्पित करें।
3. भगवान श्रीराम की पूजा के बाद तुलसी की माला से इस चौपाई का सच्चे मन से जाप करें।
4. प्रतिदिन कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें। कुछ ही दिनों में इस चौपाई का प्रभाव दिखने लगेगा और आपके संकट दूर होते चले जाएंगे।