सार
Shiv Chaturdashi December 2022: भगवान शिव त्रिदेवों में सर्वप्रमुख हैं। शिवजी को प्रसन्न करने और इनकी कृपा पाने के लिए कई विशेष व्रत-उपवास किए जाते हैं। शिव चतुर्दशी व्रत भी इनमें से एक है। ये व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर विशेष रूप से किया जाता है।
उज्जैन. इस बार शिव चतुर्दशी का व्रत 21 दिसंबर, बुधवार को किया जाएगा। इस व्रत को मासिक शिवरात्रि भी कहते हैं। ये व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि (Shiv Chaturdashi December 2022) को किया जाता है। इस व्रत में रात्रिकालीन पूजा का महत्व है यानी रात के चार प्रहरों में शिवजी की पूजा की जाती है। इस व्रत को करने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। इस बार शिव चतुर्दशी व्रत पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है। आगे आगे जानिए शिव चतुर्दशी व्रत की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त आदि…
शिव चतुर्दशी के शुभ मुहूर्त (Shiv Chaturdashi Muhurat December 2022)
पंचांग के अनुसार, पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 21 दिसंबर, बुधवार की रात 10:16 से शुरू होकर 22 दिसंबर, गुरुवार की शाम 07:13 तक रहेगी। चूंकि शिव चतुर्दशी में रात्रि पूजा का विधान है, इसलिए ये व्रत 21 दिसंबर को ही किया जाएगा। इस दिन पहले विशाखा नक्षत्र होने से प्रजापति और बाद में अनुराधा नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। धनु राशि में सूर्य, बुध और शुक्र के होने से बुधादित्य और लक्ष्मीनारायण नाम के शुभ योग भी इस समय बनेंगे। इन शुभ योगों के चलते इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है।
शिव चतुर्दशी की पूजा विधि (Shiv Chaturdashi Puja Vidhi)
21 दिसंबर, बुधवार की सुबह व्रत-पूजा का संकल्प लें। दिन भर कुछ भी खाएं- पिएं नहीं। रात में पुन: एक बार शुद्ध होकर शिवजी की पूजा करें। शुद्ध घी का दीपक लगाएं और शिवजी को चंदन का तिलक लगाएं। इसके बाद फूल माला, बिल्व पत्र आंकड़े के फूल, धतूरा, भांग, इत्र आदि चढ़ाएं। पूजा के दौरान ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें। शिव को भोग लगाएं और आरती करें। पूरी रात जागरण करें और अगली सुबह व्रत का पारणा करें।
ये उपाय करें…
1. शिव चतुर्दशी तिथि पर अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो हर कामना पूरी हो सकती है। धन लाभ की इच्छा हो तो शिवजी को चावल चढ़ाएं।
2. शारीरिक रोग से परेशान हैं तो शिव का अभिषेक गाय के घी से करें। ये उपाय शिवपुराण में बताया गया है।
3. शिवजी को बिल्वपत्र चढ़ाने से हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है।
4. शिव चतुर्दशी पर बिल्व के पेड़ के नीचे शुद्ध घी का दीपक लगाएं। इस पेड़ को साक्षात शिवजी का स्वरूप माना गया है।
5. वैवाहिक सुख के लिए शिवजी के साथ देवी पार्वती की पूजा भी करें।
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