आईपीएल में धमाकेदार एंट्री करने वाले 14 साल के वैभव सूर्यवंशी को लेकर पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने बीसीसीआई को चेतावनी दी है। सचिन जैसी सफलता के लिए सपोर्ट सिस्टम ज़रूरी है, वरना विनोद कांबली और पृथ्वी शॉ की तरह गुमनामी मिल सकती है।

सिडनी: आईपीएल में डेब्यू करने वाले 14 साल के वैभव सूर्यवंशी को लेकर पूर्व भारतीय कोच ग्रेग चैपल ने बीसीसीआई को चेतावनी दी है। सचिन तेंडुलकर सिर्फ़ टैलेंट की वजह से लीजेंड नहीं बने, उन्हें सपोर्ट करने वाले लोग और परिवार भी अहम थे।

चैपल ने कहा, "जैसे सचिन को सपोर्ट मिला, वैसा ही वैभव को भी मिलना चाहिए। अच्छे कोच, परिवार और साथी खिलाड़ियों के सपोर्ट से ही टीनएजर सचिन बैटिंग लीजेंड बने। विनोद कांबली में टैलेंट था, लेकिन वो कहीं नहीं पहुँच पाए। प्रसिद्धि और अनुशासन में बैलेंस न बना पाना उनकी नाकामी की वजह बना। पृथ्वी शॉ भी कमाल दिखाने के बाद गायब हो गए।" उन्होंने क्रिकइन्फो के कॉलम में ये बातें लिखीं।

विनोद कांबली और सचिन तेंडुलकर साथ खेले और बड़े हुए, लेकिन सचिन ऑल टाइम ग्रेट बने, जबकि कांबली गुमनामी में खो गए। इसलिए बीसीसीआई को वैभव को बहुत ध्यान से संभालना चाहिए। आईपीएल में डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी वैभव ने पहली ही गेंद पर छक्का जड़ा था।

गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक जड़कर उन्होंने आईपीएल में सबसे तेज़ शतक लगाने वाले भारतीय का रिकॉर्ड भी बनाया। अगले मैच में मुंबई के खिलाफ शून्य पर आउट होने पर उनकी आलोचना भी हुई। राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि वे वैभव को मिल रही प्रसिद्धि और मीडिया अटेंशन से दूर रखने की पूरी कोशिश करेंगे।