IND vs SA: पहले टेस्ट में जीत के बाद साउथ अफ्रीका के हौसले बुलंद हैं। भारत के लिए दूसरा मुकाबला करो या मरो वाला है। इस मैच में कई गलतियों में सुधार करनी होगी। बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी तक अच्छी होनी चाहिए। 22 नवंबर से मैच शुरू होगा। 

India vs South Africa, 2nd Test: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मुकाबला 22 से 26 नवंबर के बीच गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में खेला जाएगा। 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में अफ्रीका 1-0 से आगे चल रही है। पहले टेस्ट में तेंबा बावुमा की अगुवाई वाली टीम ने भारतीय सरजमीं पर 15 साल बाद जीत दर्ज की थी। ऐसे में उनके ऊपर खोने के लिए कुछ नहीं बचा, लेकिन पाने को बहुत कुछ है। इस मुकाबले में जीत दर्ज करनी है, तो भारतीय मैनेजमेंट को इन 3 गलतियों को सुधारना होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो 25 साल के बाद दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज जीत जाएगी और इंडिया का अपनी धरती पर वर्चस्व समाप्त हो जाएगा।

नंबर-3 पर प्रॉपर बल्लेबाज को रखना

टीम इंडिया लगातार पिछले कुछ मुकाबलों से नंबर 3 पर बदलाव करने में लगी हुई है, लेकिन इसका रिजल्ट देखने को नहीं मिला है। पहले टेस्ट में भी वाशिंगटन सुंदर को इस पोजिशन पर मौका दिया गया, लेकिन वो लंबी पारी खेलने में असफल रहे। उन्होंने 29 और 31 रन बनाए। इस खिलाड़ी को तीन नंबर पर बल्लेबाजी देने के चलते गौतम गंभीर को ट्रोल भी होना पड़ रहा है। टीम के पास साईं सुदर्शन और देवदत्त पडिक्कल के विकल्प मौजूद हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल पहले टेस्ट में नहीं किया गया। अब दूसरे टेस्ट में बल्लेबाजी मजबूत करनी है, तो दोनों में से किसी एक को नंबर 3 पर खेलने का मौका देना चाहिए। दोनों प्रॉपर बल्लेबाज हैं, जिनके पास रेड बॉल क्रिकेट खेलने का अच्छा टेंपरामेंट है।

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4 स्पिनरों का विकल्प बदलना जरूरी

कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया 4 स्पिन गेंदबाजों के साथ खेल रही थी। गौतम गंभीर को लगा कि, टर्निंग ट्रैक पर सारे बॉलर कहर बरपाएंगे, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया। पहली इनिंग में जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट ले लिए, जबकि दूसरी में जडेजा को 4 विकेट मिले। अक्षर और सुंदर को टीम में रखने से गेंदबाजी में ज्यादा लाभ नहीं मिला। अब भारत के पास दूसरे टेस्ट में 4 स्पिनरों में से एक को हटाकर तीसरे तेज गेंदबाज के साथ जाना चाहिए। ऐसे में टीम के पास नीतीश कुमार रेड्डी के विकल्प हैं, जो पेसर के रूप में काम आ सकते हैं। इनकी बल्लेबाजी भी लाजवाब है। बुमराह और सिराज का साथ गेंद से दे सकते हैं। वहीं, तीन स्पिनर कुलदीप, जडेजा और सुंदर बेहतर विकल्प होंगे।

स्पिनर्स को अच्छी तरह खेलना जरूरी

कोलकाता टेस्ट में भारतीय ओपनर्स दोनों इनिंग्स में अच्छी शुरुआत नहीं दे पाए। पहली पारी में 18 और दूसरी में 0 रन जोड़े। खासकर यशस्वी जायसवाल (12,0) का बल्ला नहीं चला। इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा। अन्य बल्लेबाज भी स्पिनरों के आगे संघर्ष करते दिखे। साउथ अफ्रीका के स्पिन गेंदबाजों को संभलकर खेलना होगा। केएल राहुल, ऋषभ पंत, ध्रुव जुरेल, जडेजा, नीतीश और यशस्वी को बड़ी पारी खेलनी होगी। स्पिनरों को अटैक करना होगा। इनके आगे सफल हुए, तो मैच में जीतने की उम्मीद बढ़ जाएगी।

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