नई दिल्ली. देश में आज भी महिलाओं को कम आंका जाता है। खेल, बिजनेस जैसे क्षेत्र में महिलाओं को कदम रखने लायक नहीं समझा जाता है। बावजूद इसके जो भी महिलाएं ये कर गुजरती हैं वो कमाल कर जाती हैं। समाज और दकियानूसी सोच दोनों पर तमाचा मार ये महिला कामयाबी की मिसाल पेश करती हैं। ऐसी ही एक महिला हैं नाम है रानी रामपाल। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने वर्ल्ड 'गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीता है। महिला हॉकी में ये नाम सुप्रसिद्ध है। रानी भारतीय महिला हॉकी टीम की क्वीन हैं और दुनिया में अपने हुनर और लीडरशीप का लोहा मनवा चुकी हैं। पर बहुत कम लोग ही रानी के संघर्ष की कहानी जानते हैं। हरियाणा के एक छोटे से गांव में जन्मी रानी का बचपन कच्चे घर में गुजरा है, उन्होंने गरीबी झेली है और रिश्तेदारों और समाज के ताने भी।