बिहार के मोकामा में जल निकासी विवाद को लेकर दो गुटों में 10-40 राउंड फायरिंग हुई। पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर 16 पर FIR दर्ज की है। 2025 चुनाव से पहले इस घटना ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच मोकामा एक बार फिर बारूद की गंध से भर उठा है। सोमवार की शाम घोसवरी थाना क्षेत्र के गोसाईं गाँव में जल निकासी को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद अचानक इतना भड़क गया कि देखते ही देखते गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका गूंज उठा। चश्मदीदों के मुताबिक करीब 40 राउंड फायरिंग हुई, जबकि पुलिस का दावा है कि लगभग 10 राउंड गोलियां चलीं। इस फायरिंग की गूंज ने न सिर्फ इलाके को दहला दिया बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी, क्योंकि यह वही इलाका है जहाँ कभी अनंत सिंह और सूरजभान सिंह जैसे बाहुबली नेताओं का वर्चस्व रहा है।
10 मिनट में मैदान बन गया रणक्षेत्र
घटना की शुरुआत सोमवार शाम करीब 6 बजे हुई जब गोसाईं गाँव के पास खेतों में जल निकासी को लेकर दो गुटों में कहासुनी शुरू हुई। देखते ही देखते मामला पुराने राजनीतिक और आपराधिक वर्चस्व के मुद्दे में बदल गया। जानकारी के अनुसार, विवाद दिनेश यादव और राहुल कुमार के बीच शुरू हुआ, लेकिन जल्द ही यह टकराव दिवाकर यादव और मिथिलेश यादव उर्फ मिट्ठू यादव के गुटों तक पहुँच गया। दोनों ही गुट लंबे समय से इलाके में प्रभाव जमाने की कोशिश में हैं, और अब चुनावी मौसम में यह संघर्ष खुलेआम सड़कों तक उतर आया है।
चुनावी मौसम में बढ़ी पुरानी रंजिशें
स्थानीय लोगों का कहना है कि मोकामा और आसपास के इलाकों में चुनाव आते ही पुरानी रंजिशें और वर्चस्व की लड़ाइयाँ फिर से सिर उठाने लगती हैं। यहाँ का राजनीतिक समीकरण अनंत सिंह और सूरजभान सिंह जैसे बाहुबली नेताओं की पुरानी प्रतिद्वंद्विता से जुड़ा रहा है। दोनों का प्रभाव अलग-अलग गुटों और जातीय आधारों पर टिका है। अब जबकि दोनों ही खेमे चुनाव की तैयारियों में सक्रिय हो चुके हैं, ऐसे में छोटी-छोटी घटनाएँ भी बड़े राजनीतिक संकेत दे रही हैं।
पुलिस ने कहा- 4 गिरफ्तार, बाकी फरार
घटना के बाद घोसवरी थाना अध्यक्ष मधुसूदन कुमार ने बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान दिनेश यादव, गन्नू यादव, रंजीत कुमार और राहुल कुमार के रूप में हुई है। कुल 16 नामजद आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस टीम फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
पुलिस के अनुसार, मौके से खाली कारतूस और देसी हथियार भी बरामद किए गए हैं। फिलहाल किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि कुछ लोग मामूली रूप से जख्मी हुए हैं जो इलाज के डर से छिपे हुए हैं।
राजनीति और बाहुबल का संगम मोकामा
मोकामा विधानसभा सीट बिहार की सबसे चर्चित सीटों में से एक मानी जाती है। यह वही इलाका है जहाँ कभी ‘छोटे सरकार’ अनंत सिंह की सियासी गूंज थी और जहाँ सूरजभान सिंह के परिवार का भी गहरा प्रभाव रहा है। यहाँ की राजनीति जातीय समीकरण, बाहुबली प्रभाव और व्यक्तिगत नेटवर्क पर टिकी रही है। बीते तीन दशकों में मोकामा टाल इलाका बार-बार गोलीबारी, दंगे और आपसी संघर्ष की खबरों से सुर्खियों में रहा है।
फायरिंग के बाद सुरक्षा बढ़ी, लेकिन डर बरकरार
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। घोसवरी, बख्तियारपुर और मरांची थानों की टीम को भी सतर्क कर दिया गया है। SDPO बख्तियारपुर ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। दोनों पक्षों की पहचान की जा चुकी है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। हालाँकि, स्थानीय लोग मानते हैं कि जब तक चुनावी बुखार शांत नहीं होता, तब तक शांति की उम्मीद करना मुश्किल है।
