AAP ने बिहार चुनाव 2025 के लिए अभियान शुरू कर 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। पार्टी सभी 243 सीटों पर अकेले लड़ेगी और केजरीवाल मॉडल पर आधारित पलायन, बेरोजगारी व महंगाई जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को अपना राजनीतिक अभियान औपचारिक रूप से शुरू कर दिया है। पार्टी के बिहार प्रभारी अजेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार यादव ने आज एक स्थानीय होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पहली उम्मीदवार सूची जारी की, जिसमें कुल 11 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

जारी की गई पहली सूची में कौन-कौन हैं शामिल

  • पार्टी की पहली सूची में बिहार के विभिन्न जिलों से उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं
  • वैशाली जिले की वैशाली सीट से डॉ. मीता सिंह,
  • दरभंगा की कुशेश्वरस्थान से योगी दीपक,
  • सारण की तरैया से अमित कुमार सिंह,
  • पूर्णिया की कसबा से भानु भारती,
  • मधुबनी की बेनिपट्टी से शुभम यादव,
  • पटना की फुलवारी से अवध कुमार रजक,
  • बाढ़ से डॉ. पंकज कुमार,
  • किशनगंज से आरशद आलम,
  • सीतामढ़ी की परिहार से अखिलेश नारायण ठाकुर,
  • मधेपुरा की गोविंदगंज से अशोक कुमार सिंह,
  • बक्सर सीट से पूर्व कैप्टन धर्मराज सिंह मैदान में उतरेंगे।

AAP लड़ेगी सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदेश अध्यक्ष राकेश यादव ने स्पष्ट कहा कि आम आदमी पार्टी बिहार की सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, “बिहार अब बदलाव चाहता है। जनता थक चुकी है पारंपरिक राजनीति से। हम दिल्ली और पंजाब मॉडल को लेकर आए हैं, शिक्षा, स्वास्थ्य, और ईमानदारी की राजनीति हमारे तीन मूल मंत्र होंगे।”

केजरीवाल मॉडल से प्रेरित चुनाव रणनीति

बिहार प्रभारी अजेश यादव ने कहा कि पार्टी की चुनाव रणनीति पूरी तरह ‘केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस’ पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में यह मॉडल पहले ही सफल रहा है और अब बिहार में “काम की राजनीति” बनाम “बयान की राजनीति” के बीच जनता फैसला करेगी। उहोने कहा, “हम किसी जाति, धर्म या चेहरे की राजनीति नहीं करते। हमारा एक ही एजेंडा है, पलायन, बेरोजगारी और महंगाई से बिहार को मुक्त करना।”

पलायन, बेरोजगारी और महंगाई पर फोकस

आम आदमी पार्टी ने अपने मुख्य चुनावी मुद्दों के तौर पर पलायन, बेरोजगारी, शिक्षा और महंगाई को रखा है। पार्टी का दावा है कि पिछले 15 वर्षों में दोनों प्रमुख गठबंधन एनडीए और महागठबंधन इन मुद्दों पर सिर्फ घोषणाएं करते रहे, जबकि कोई ठोस सुधार नहीं हुआ।

राकेश यादव ने कहा, “हम बिहार के युवाओं के लिए 10 लाख रोजगार का वादा नहीं, बल्कि रोजगार की गारंटी लेकर आएंगे। महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा और सरकारी स्कूलों में दिल्ली जैसा शिक्षा मॉडल लागू करेंगे।” पार्टी के नेताओं का दावा है कि बिहार में जनता बदलाव के मूड में है और इस बार AAP की एंट्री पारंपरिक समीकरणों को चुनौती दे सकती है।