सार

बिहार के आरा जिले से शादी को लेकर अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक दुल्हन पिछले 10 दिन से सात फेरे लेने के लिए दूल्हे का इंताजर कर रही है। जबकि जयमाला और विवाह की अन्य रस्में पहले ही हो चुकी हैं। सिर्फ 7 फेरे बाकी हैं।

पटना. बेटी की शादी में हर माता-पिता और परिवार की एक ही ख्वाहिश होती है कि अच्छे से और शातिं से विवाह संपन्न हो जाए। वहीं दुल्हन को भी इस दिन का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है, उसके हाथों में मेहंदी लगेगी-दुल्हन बनेगी और जयमाला के बाद हमसफर के साथ सात फेरे लेगी। लेकिन बिहार के आरा जिले से एक अनोखा ही मामला सामने आया है। जहां बारात आई, स्वागत-सत्कार हुआ और वरमाला भी हुई। लेकिन दूल्हे ने सात फेरे नहीं लिए, आलम यह है कि दुल्हन 10 दिन से सात फेरे लेने के इंतजार में बैठी है।

दुल्हन बीच शादी में दुल्हन को छोड़कर पहुंचा घर

दरअसल, यह अनोखे विवाह का मामला आरा जिले के रामपुर गांव की है। जहां पिछले महीने 28 अप्रैल को एक लड़की की शादी थी। शाम को दूसरे गांव से बारात आई थी। शुरूआत की शादी की सभी रस्में हुईं दूल्हे का द्वाराचार और स्वागत भी हुआ। इसके बाद हर्षोल्लास के साथ दूल्हा-दुल्हन ने एक दूसरे के गले में जयमाला पहनाई। लेकिन इसी दौरान दू्ल्हे के चाचा और भाई में किसी बात को लेकर बहस हो गई। फिर देखते ही देखते मंडप में लड़का और लड़की पक्ष के बीच मारपीट शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि दूल्हा बीच रस्मों में बिना फेरे लिए उठकर चला गया। बाद में दोनों पक्षों ने दूल्हे को काफी मनाया, लेकिन वो नहीं माना और बिना दुल्हन के अपने गांव चला गया।

अब थक-हार के थाने पहुंचा दुल्हन का परिवार

बता दें कि किसी तरह लड़की के घरवालों के मनाने के बाद लड़के के परिवार शादी करन के लिए राजी हो गए। फिर दोनों परिवारों ने दूल्हे को मनाया...लेकिन वो तमाम कोशिशों के बाद भी वह नहीं माना। इतना ही नहीं लड़के के माता-पिता बेटी को लेकर एक मंदिर तक पहुंच गए ताकि यहां पर विवाह की बची हुई रस्में हो सके। लेकिन लड़का कहता रहा कि अब वो उस घर में विवाह नहीं करेगा, चाहे फिर कुछ ही क्यों ना हो जाए। आखिर में अब परेशान होकर दुल्हन के परिजन पुलिस थाने पहुंचे और दूल्हे के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया। साथ बेटी के लिए इंसाफ की गुहार लगाई है।