सार
अक्सर गहने-रुपयों की चोरी की घटनाएं सुनी जाती हैं। क्या आपने कभी ऐसे चोरों के बारे में सुना है, जो किताबों के प्रेमी हों। औरंगाबाद में चोरी की एक ऐसी ही घटना सामने आई है। चोर किताबों के इतने बड़े प्रेमी थे कि उन्होंने स्कूल की एक भी बुक नहीं छोड़ी।
औरंगाबाद। अक्सर गहने-रुपयों की चोरी की घटनाएं सुनी जाती हैं। क्या आपने कभी ऐसे चोरों के बारे में सुना है, जो किताबों के प्रेमी हो। बिहार के औरंगाबाद में चोरी की एक ऐसी ही घटना सामने आई है। चोर किताबों के इतने बड़ा प्रेमी थे कि उन्होंने स्कूल की लाइब्रेरी में रखी एक भी बुक नहीं छोड़ी। पेंसिल-चाक के अलावा साइंस किट भी उड़ा ले गए। चोरी के इस अजीबोगरीब मामले के बारे में जिसने भी सुना, वह भौचक्का रह गया। सबके जेहन में यही सवाल तैर रहा है कि आखिरकार चोरों ने किताबों की चोरी क्यों की?
उर्दू मध्य विद्यालय में देर रात हुई चोरी
मामला मुफस्सिल इलाके के धंधवा गांव स्थित उर्दू मध्य विद्यालय का है। देर रात अज्ञात चोरों ने स्कूल का ताला काटकर वहां रखीं किताबें और साइंस किट उठा ले गए। सूचना मिलने के बाद प्रिंसिपल स्कूल पहुंचे तो नजारा देखकर हतप्रभ रह गए। प्रधानाध्यापक शाहजहां का कहना है कि स्कूल पहुंचने पर उन्होंने देखा कि कार्यालय के दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। स्कूल के अंदर रखे बक्सों की कुंडियां उखड़ी हुई थीं।
पुस्तकालय में थीं 600 किताबें
स्कूल के अंदर रखे बक्से में पुस्कालय की करीबन 600 किताबें रखी हुई थीं। पेंसिल—चॉक के अलावा अन्य सामग्रियां भी गायब थीं। कुछ किताबें व अन्य सामग्रियां आसपास के खेतों में बिखरी हुई पड़ी थी। बताया जा रहा है कि चोरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद पास के खेत में आराम से चोरी की गई चीजों की उपयोगिता को आंका और उन्हें जो चीजें अनुपयोगी लगींं। उन्हें वहीं खेतों में ही छोड़ दिया गया। स्कूल से साइंस किट के सामान भी गायब हैं। मुफस्सिल थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ शिकायत दी गई है। प्रधानाध्यापक चोरों के जल्द से जल्द धर पकड़ की मांग कर रहे हैं। फिलहाल अभी तक चोरों का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।