बछवाड़ा विधानसभा चुनाव 2025 में बेगूसराय जिले की इस सीट पर बीजेपी के सुरेंद्र मेहता ने शानदार जीत दर्ज की। उन्हें 1 लाख से अधिक वोट मिले, जिससे उन्होंने एक बार फिर अपनी लोकप्रियता साबित की और बछवाड़ा की जनता ने उन पर भरोसा जताते हुए जीत दिलाई।

Bachhwara Assembly Election 2025: बिहार के बेगूसराय जिले की बछवाड़ा विधानसभा सीट पर बीजेपी के सुरेंद्र मेहता जीते। उन्होंने 1 लाख से अधिक वोट लाकर एक बार फिर जीत अपने नाम किया।

कैसा है बछवाड़ा विधानसभा का समीकरण?

बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र ग्रामीण और अर्धशहरी मतदाताओं का मिश्रण है। यहां के किसान, मजदूर और मध्यम वर्ग के मतदाता हमेशा निर्णायक भूमिका निभाते हैं। सीट पर जातीय समीकरण भी चुनावी परिणाम तय करने में अहम हैं। यादव, पासवान, और अन्य स्थानीय जातियां इस सीट की राजनीतिक दिशा को प्रभावित करती हैं। चुनाव में किसी भी पार्टी की जीत के लिए स्थानीय मुद्दों, विकास योजनाओं और जातीय समीकरणों को सही तरह से समझना और उनसे जुड़ना बेहद जरूरी होता है।

बछवाड़ा का चुनावी इतिहास और पिछले परिणाम

बछवाड़ा विधानसभा का इतिहास (Bachhwara Assembly History) बताता है कि यह सीट अक्सर कांटे की टक्कर का गवाह रही है।

  • 2010: इस साल की सबसे बड़ी जीत कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) के अवधेश कुमार राय (Abdhesh Kumar Rai) ने हासिल की थी। उन्होंने 33,770 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद कुमार सिंह को 21,683 वोट मिले थे।
  • 2015: कांग्रेस (INC) के रामदेव राय (Ramdeo Rai) ने इस सीट पर जोरदार वापसी की और 73,983 वोटों के साथ जीत हासिल की। उनके मुकाबले LJP के अरविंद कुमार सिंह को 37,052 वोट ही मिले।
  • 2020: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सुरेंद्र मेहता (Surendra Mehta) ने बेहद रोमांचक मुकाबले में CPI के अवधेश कुमार राय को महज 484 वोटों के अंतर से हराया। सुरेंद्र मेहता को 54,738 वोट मिले, जबकि अवधेश कुमार राय 54,254 वोट ही पा सके।
  • खास बात: इन आंकड़ों से साफ है कि बछवाड़ा विधानसभा में हमेशा ही चुनावी मुकाबले बेहद करीबी और रोमांचक रहे हैं।

2025 की सीट पर सियासी गणित

बछवाड़ा विधानसभा चुनाव 2025 (Bachhwara Assembly Election 2025) में भाजपा (BJP), कांग्रेस (INC), जदयू (JD(U)), RJD और अन्य दलों की नजरें इस सीट पर टिकी हैं। पिछली जीत और हारे हुए वोटों के आंकड़े (Winning Margin & Past Election Data) से यह साफ है कि यह सीट किसी भी दल के लिए आसान नहीं है। भाजपा अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है, वहीं विपक्षी दल इसे वापसी का सुनहरा मौका मान रहे हैं। उम्मीदवारों की रणनीति, स्थानीय मुद्दों की पकड़ और जातीय समीकरण ही इस बार जीत का रास्ता तय करेंगे।

बछवाड़ा क्यों है खास?

  •  बेगूसराय जिले की राजनीति में बछवाड़ा का बड़ा प्रभाव।
  •  ग्रामीण और अर्धशहरी मतदाताओं का दिलचस्प मिश्रण।
  •  हमेशा कांटे की टक्कर का गवाह।
  •  सत्ताधारी और विपक्षी दोनों खेमों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई।

निष्कर्ष

बछवाड़ा विधानसभा चुनाव 2025 (Bachhwara Vidhan Sabha Election 2025) में हर वोट की कीमत है और आने वाले चुनाव में जीत का अंतर पिछले चुनावों की तरह बेहद कम रह सकता है। यह सीट बिहार की राजनीति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाती है और इसकी हर हलचल मीडिया और जनता की नजरों में रहती है।