भाजपा के मिथिलेश तिवारी ने 2025 में गोपालगंज जिले के इस महत्वपूर्ण बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव में सस्पेंस को समाप्त कर दिया। उन्हें 100,000 से अधिक वोट मिले, जिससे जनता में उनके विश्वास की पुष्टि हुई और उन्हें अपना नेता चुनकर भाजपा की स्थिति मजबूत हुई।
Baikunthpur Assembly Election 2025: बिहार के गोपालगंज जिले की बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव 2025 में बड़ा सस्पेंस खत्म हो गया है। बीजेपी से जीते प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी। जनता ने मिथिलेश तिवारी को 1 लाख से अधिक वोट देकर अपना नेता चुना है।
2020 बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव
2020 में आरजेडी के प्रेम शंकर प्रसाद ने शानदार जीत हासिल की।
- प्रेम शंकर प्रसाद (RJD): 67,807 वोट
- मिथिलेश तिवारी (BJP): 56,694 वोट
- जीत का अंतर: 11,113 वोट
खास बात: इस जीत ने साफ कर दिया कि बैकुंठपुर की जनता ने बीजेपी से नाराज़गी दिखाते हुए आरजेडी पर भरोसा जताया।
नोट: आरजेडी विधायक प्रेम शंकर प्रसाद पर कुल 4 मुकदमे चल रहे हैं। 12वीं पास प्रेम शंकर के पास कुल 99.33 लाख रुपए की चल-अचल संपत्ति हैं, उन पर कोई देनदारी नहीं है।
2015 बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव
- 2015 में यह सीट बीजेपी के पास गई।
- मिथिलेश तिवारी (BJP): 56,162 वोट
- मंजीत कुमार सिंह (JDU): 42,047 वोट
- जीत का अंतर: 14,115 वोट
खास बात: यह चुनाव दिखाता है कि बैकुंठपुर में बीजेपी मजबूत थी, लेकिन आरजेडी बैकफुट पर नहीं थी।
2010 बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव
- 2010 में इस सीट से जेडीयू के मंजीत कुमार सिंह विजयी रहे।
- मंजीत कुमार सिंह (JDU): 70,105 वोट
- देवदत्त प्रसाद (RJD): 33,581 वोट
- जीत का अंतर: 36,524 वोट
खास बात: यह चुनाव जेडीयू की बड़ी जीत थी, लेकिन अगले ही वर्षों में समीकरण तेजी से बदले।
बैकुंठपुर क्यों खास है?
यहां हर चुनाव में सियासी पलटवार देखने को मिलता है।
- 2010: जेडीयू की जीत
- 2015: बीजेपी की जीत
- 2020: आरजेडी की जीत
नोट: यानी बैकुंठपुर सीट पर तीन बड़े दलों की पकड़ देखी जा चुकी है।
