बिहार के बरहरा विधानसभा चुनाव 2025 में राघवेंद्र प्रताप सिंह ने एक बार फिर शानदार जीत हासिल की। ​​उन्होंने 71,000 से ज़्यादा वोट हासिल कर बरहरा सीट पर अपनी जीत दोहराई।

Barhara Assembly Election 2025: बिहार के भोजपुर जिले में आने वाली बड़हरा विधानसभा सीट (Barhara Vidhan Sabha Seat) से राघवेंद्र प्रताप सिंह ने एक बार फिर जीत हासिल की। उन्होंने 71 हजार से ज्यादा वोट लाकर एक बार फिर कमल खिलाया है। 

2020 बड़हरा विधानसभा चुनाव नतीजा

 2020 में बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर दमदार प्रदर्शन किया।

  •  राघवेंद्र प्रताप सिंह (BJP)- 76,182 वोट
  •  सरोज यादव (RJD) - 71,209 वोट
  •  जीत का अंतर: 4,973 वोट

नोट: यह नतीजा बताता है कि बड़हरा की जनता ने इस बार बीजेपी को मौका दिया और राजद को पीछे छोड़ दिया।

नोट: आरजेडी की सीट छीनकर बीजेपी की झोली में डालने वो राघवेंद्र प्रताप सिंह 10वीं पास हैं। उन पर चार आपराधिक केस हैं लेकिन कोई लोन नहीं है। उनकी कुल चल-अचल संपत्ति 2.43 करोड़ रुपए है।

2015 बड़हरा विधानसभा चुनाव

 2015 में मुकाबला राजद और बीजेपी के बीच हुआ।

  •  सरोज यादव (RJD)- 65,001 वोट
  •  आशा देवी (BJP)- 51,693 वोट
  •  जीत का अंतर: 13,308 वोट

नोट: इस चुनाव में राजद ने बढ़त बनाई और बीजेपी को पटखनी दी।

2010 बड़हरा विधानसभा चुनाव

 2010 का मुकाबला बेहद कांटे का था।

  • राघवेंद्र प्रताप सिंह (RJD) - 46,102 वोट
  • आशा देवी (JD(U))- 45,019 वोट
  • जीत का अंतर: 1,083 वोट

नोट: यह नतीजा बताता है कि बड़हरा सीट पर हर चुनाव में करीबी टक्कर देखने को मिलती है।

बड़हरा विधानसभा चुनाव का सामाजिक समीकरण

  • अनुसूचित जाति मतदाता : 45,572 (14.52%)
  • अनुसूचित जनजाति मतदाता : 2,417 (0.77%)
  • मुस्लिम मतदाता : 11,927 (3.8%)
  • कुल मतदाता (2020): 3,13,857 (ग्रामीण बहुल सीट, शहरी वोट लगभग 0%)

खास बात: यह आंकड़े दिखाते हैं कि बड़हरा पूरी तरह ग्रामीण मतदाताओं की सीट है और यहां जातिगत समीकरण बड़ी भूमिका निभाते हैं।

बड़हरा विधानसभा चुनाव 2025 की संभावनाएं

  •  2025 में मुकाबला एक बार फिर बीजेपी बनाम राजद होने की संभावना है।
  •  बीजेपी से राघवेंद्र प्रताप सिंह फिर मैदान में उतर सकते हैं।
  •  राजद इस बार भी सरोज यादव पर दांव लगा सकती है, जिन्होंने 2015 में जीत हासिल की और 2020 में कड़ी टक्कर दी।

खास बात: बड़हरा सीट का इतिहास यही कहता है कि यहां हर चुनाव में जनता नया फैसला सुनाती है। 2025 में इस पर एक बार फिर कमल खिला है। रघुवेंद्र प्रताप सिंह ने जीत हासिल की है।