Bihar Bandh Today: प्रधानमंत्री मोदी और उनकी दिवंगत मां पर अपशब्दों के विरोध में एनडीए ने 4 सितंबर को 5 घंटे का बिहार बंद बुलाया। स्कूल, कॉलेज, बस सेवाएं और दफ़्तर बंद रहेंगे। जानें 4 सितंबर को क्या रहेगा बंद और क्या मिलेगा खुला।
NDA Protest Bihar: बिहार की राजनीति इन दिनों गर्म है। विपक्षी दलों के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ कथित अपशब्द बोले जाने के बाद माहौल और गरमा गया है। इसके खिलाफ एनडीए (NDA) ने 4 सितंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है। यह बंद सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक यानी पाँच घंटे तक चलेगा। खास बात यह है कि इस विरोध का नेतृत्व भाजपा और उसके सहयोगी दलों की महिला शाखाएँ करेंगी।
बिहार बंद क्यों बुलाया गया?
- दरभंगा में विपक्ष की रैली के दौरान पीएम मोदी और उनकी मां के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल हुआ।
- यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और विवाद खड़ा हो गया।
- भाजपा और एनडीए नेताओं ने कांग्रेस और राजद से माफ़ी की मांग की।
- विरोध में एनडीए ने राज्यव्यापी बिहार बंद का ऐलान किया।
बिहार बंद में क्या-क्या रहेगा बंद?
- स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर पूरे दिन बंद रहेंगे।
- सरकारी दफ्तर और कई निजी व्यवसाय प्रभावित रहेंगे।
- इंटरसिटी बस सेवाएँ बंद रहेंगी।
- सड़क यातायात चक्का जाम की वजह से बाधित रहेगा।
- बैंकों में जाने वाले लोगों को पहले ही अपनी शाखाओं से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
क्या खुले रहेंगे और जनता को कहां मिलेगी राहत?
- अस्पताल, दवा दुकानें और एम्बुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।
- किराना दुकानें और आवश्यक सामान की सप्लाई जारी रहेगी।
- पेट्रोल पंप खुले रहेंगे।
- ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित नहीं होंगी।
क्या बंद से आम जनता पर बड़ा असर पड़ेगा?
सवाल यही है कि इस पांच घंटे के बंद से आम जनता को कितनी परेशानी होगी।
- दफ्तर जाने वाले लोगों को मुश्किल हो सकती है।
- छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होगा।
- यातायात बाधित होने से यात्रियों को खासी दिक्कत झेलनी पड़ सकती है।
क्या बिहार में राजनीतिक टकराव और बढ़ेगा?
- इस बंद ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में गरमी बढ़ा दी है।
- एनडीए नेताओं का कहना है कि यह विरोध केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि "माँ और प्रधानमंत्री का अपमान" है।
- वहीं विपक्ष का कहना है कि यह सिर्फ मुद्दा भटकाने की राजनीति है।
- सवाल ये है कि क्या इस बंद से एनडीए को जनता का समर्थन मिलेगा या विपक्ष को और मुद्दे हाथ लगेंगे?
