डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने राजद-कांग्रेस पर घुसपैठियों को वोट बैंक बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां उन्हें सरकारी योजनाओं में हिस्सेदारी देकर देशहित के खिलाफ काम कर रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने कई और आरोप भी लगाएं। 

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने पटना से सियासी बयानबाजी का तीर छोड़ा। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि ये पार्टियां घुसपैठियों को वोट बैंक बनाने और उन्हें सरकारी योजनाओं में हिस्सेदारी दिलाने का खेल खेल रही हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि यह व्यवहार न केवल बिहार के हितों के खिलाफ है, बल्कि देश के संवैधानिक तंत्र के खिलाफ भी है।

राजद-कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप 

विजय सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “राजद और कांग्रेस घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बनाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। संविधान और चुनाव आयोग जैसे संस्थानों के कदमों को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है और ऐसे लोग राष्ट्र की स्थिरता को कमजोर करना चाहते हैं।” 

डिप्टी सीएम ने जोर देकर कहा कि बिहार सरकार और एनडीए की प्राथमिकता हमेशा भारतीय नागरिकों के हित में रही है। उन्होंने कहा, “घुसपैठियों को सरकारी योजनाओं, नियुक्तियों और अनुदानों में भागीदारी देने का राजद-कांग्रेस का खेल अब नहीं चलेगा। हर भारतीय को उसके हक का लाभ मिलेगा और किसी भी विदेशी या अवैध प्रवासी को इसका फायदा नहीं होगा।”

कांग्रेस-राजद ने राजनीति को बना ली है जागीर 

विजय सिन्हा ने विपक्षी पार्टियों की दशकों पुरानी सत्ता पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि राजद और कांग्रेस ने बिहार को परिवार तंत्र और जातिगत राजनीति में फंसा कर विकास और न्याय को रोक रखा है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और राजद ने राजनीति को अपनी जागीर बना लिया है, लेकिन अब बिहार की जनता ऐसे खेल को स्वीकार नहीं करेगी। बिहार में कोई भी परिवार तंत्र सत्ता का मालिक नहीं होगा।”

राजद-कांग्रेस ने घुसपैठियों को बढ़ावा दिया

डिप्टी सीएम ने राज्य में भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के मुद्दों को भी उठाया। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस ने घुसपैठियों के माध्यम से वोट बैंक तैयार करने के लिए सामाजिक और आर्थिक असंतुलन को बढ़ावा दिया। इसके चलते बिहार के वास्तविक नागरिक और स्थानीय लोग सरकारी योजनाओं और रोजगार से वंचित रह गए। 

विजय सिन्हा ने स्पष्ट किया कि एनडीए सरकार ऐसे खेल को कभी स्वीकार नहीं करेगी। विजय सिन्हा ने कहा, “हमारी सरकार ने हमेशा विकास और न्याय को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। जो लोग संवैधानिक संस्थाओं के काम में बाधा डालते हैं और भ्रम फैलाते हैं, वे जनता को गुमराह कर रहे हैं। बिहार की जनता अब इस तरह की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी।”