"Dog Babu", "Samsung", “Dogesh Babu”-बिहार में निवास प्रमाण पत्रों की आड़ में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। राजद विधायक के करीबी की गिरफ्तारी और फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए प्रशासन को बदनाम करने की साजिश की जांच जारी है।

Dog Babu Certificate Case: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक बेहद चौंकाने वाला और हास्यास्पद लेकिन गंभीर मामला सामने आया है जिसने राज्य की राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। 'डॉग बाबू', 'सैमसंग', 'डॉगेश बाबू' और 'सोनालिका ट्रैक्टर' जैसे फर्जी नामों से निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किए गए, जिनमें से कुछ मामलों में प्रमाण पत्र जारी भी कर दिए गए। इसमें गिरफ्तार व्यक्ति का लालू यादव की पार्टी आरजेडी से लिंक सामने आया है।

कौन हैं मिंटू कुमार? जिसे पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस मामले का सबसे सनसनीखेज पहलू यह है कि मुख्य आरोपी मिंटू कुमार निराला को पटना के मसौढ़ी अंचल कार्यालय से गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि वह एक राजद विधायक का करीबी रिश्तेदार है, जो इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।

चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा: 'सैमसंग' के पिता 'iPhone', माता 'Smartphone'! 

जहानाबाद में मिले एक आवेदन में ‘सैमसंग’ नामक व्यक्ति ने अपने पिता का नाम ‘iPhone’, माता का नाम ‘Smartphone’ और गांव का नाम ‘Battery’ बताया। आवेदनकर्ता ने पेशा “सरकारी सेवा” लिखा। यह मामला केवल हंसी तक सीमित नहीं रहा, प्रशासन ने इसे एक गंभीर साजिश मानते हुए साइबर जांच का आदेश दे दिया है।

राजनीतिक रंग: क्या यह राजद को घेरने की साजिश या अंदर से किया गया वार? 

आरोपों के अनुसार मिंटू निराला ने जानबूझकर फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए और उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर प्रशासन को बदनाम करने की साजिश रची। उसने यह कबूल किया कि वह मतदाता सूची पुनरीक्षण ड्यूटी पर होते हुए भी अंचल कार्यालय समय से पहले पहुंचकर गैरकानूनी कार्य करता था। हालांकि, राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने इन आरोपों को “बेबुनियाद” और “राजनीतिक प्रतिशोध” बताया है। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ राजद को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बदनाम करने की एक सोची-समझी चाल है।

प्रशासन की सतर्कता और कड़ी कार्रवाई 

फर्जी दस्तावेजों को देखते हुए नवादा, जहानाबाद और पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारियों ने तत्काल जांच और FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। नवादा के डीएम रवि प्रकाश ने सार्वजनिक रूप से इस हरकत को "घटिया मज़ाक" करार देते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही।