सार
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बिहार में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बात बन गई है। बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीट है, जिसको लेकर पार्टियां निर्वाचन क्षेत्रों पर अंतिम फैसले लेने के लिए आज बुधवार (27 मार्च) को दिल्ली में बैठक करेंगी।
बिहार लोकसभा चुनाव। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बिहार में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बात बन गई है। बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीट है, जिसको लेकर पार्टियां निर्वाचन क्षेत्रों पर अंतिम फैसले लेने के लिए आज बुधवार (27 मार्च) को दिल्ली में बैठक करेंगी, जिसके बाद औपचारिक घोषणा पटना से की जाएगी। आज दिल्ली में होने वाले महागठबंधन के बैठक में सभी दलों के प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक संभावना है कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और गांधी परिवार बैठक में शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल 26 सीटों पर, कांग्रेस 9 सीटों पर, वामपंथी दल पांच सीटों पर और CPIML तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला कर सकती है।
इस बार बिहार में महागठबंधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमारी की JDU पार्टी भी शामिल थी। हालांकि, बाद में थोड़े समय के बाद नीतीश कुमार फिर से NDA में वापस आ गए। नीतीश कुमार महागठबंधन के अगुवा भी कहलाते है, जिन्होंने देश की विपक्षी पार्टियों को एकजुट कर बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए INDIA गठबंधन का निर्माण किया था। लेकिन पार्टी में आपसी मतभेद के बाद नीतीश कुमार में पार्टी समेत राज्य के गठबंधन से नाता तोड़ लिया और दोबारा से बीजेपी से के साथ अपनी सरकार बना ली और रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने।
बिहार में लोकसभा सीटों का समीकरण
बिहार में इस बार बीजेपी ने राज्य में लोकसभा सीटों पर पावर दिखाते हुए बीते लोकसभा चुनाव के मुकाबले 1 सीट ज्यादा हासिल की है। बीते साल बीजेपी 16 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ी थी, लेकिन इस बार वो 17 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है और JDU 16 सीटों पर, जो बीते चुनाव के मुकाबले 1 सीट कम है। लोक जनशक्ति पार्टी पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाह की RLM को एक-एक सीट मिली है। वहीं विपक्षी पार्टी की बात करें तो कांग्रेस ने 2019 में भी नौ सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से पार्टी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली। राजद एक भी जीत हासिल करने में विफल रही। एनडीए ने 40 में से 39 सीटें जीतीं, जिनमें से भाजपा ने 17 सीटें जीतीं। नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड सिर्फ एक सीट पीछे थी, और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी सभी छह सीटों पर चुनाव लड़ी थी।