सार
बिहार के बक्सर में दहेज हत्या के एक छह साल पुराने केस में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। ससुराल वाले जिस विवाहिता की हत्या के आरोप में जेल गए, छह साल से कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रहे थे। वह जिंदा निकली।
बक्सर। बिहार के बक्सर में दहेज हत्या के एक छह साल पुराने केस में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। ससुराल वाले जिस विवाहिता की हत्या के आरोप में जेल गए, छह साल से कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रहे थे। वह जिंदा निकली। पुलिस ने दो साल के बेटे के साथ विवाहिता को बरामद किया है। पता चला कि शादी के दो साल बाद वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गयी थी।
छह साल से कचहरी के चक्कर लगा रहा था परिवार
मामला बक्सर जिले के संग्रामपुर इलाके का है। विवाहिता का नाम शिखा कुमारी है। वह केसरिया के सोनरापुर निवासी भोला साहनी की बेटी है। उसकी शादी वर्ष 2015 में मुरली गांव के नंदकिशोर साहनी के साथ धूमधाम से हुई थी। शादी के दो साल बाद शिखा अपने पति को छोड़कर प्रेमी के साथ भाग गयी। विवाहिता के पिता भोला ने अपनी बेटी की हत्या के आरोप में ससुराल वालों पर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने विवाहिता के पति, जेठ, जेठानी, सास सहित छह लोगों के खिलाफ दहेज हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की। आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया। आरोपी परिवार कुछ महीनों तक जेल में रहे, फिर जमानत पर रिहा हुए। तभी से परिवार कोर्ट के चक्कर लगा रहा था।
विवाहिता जिंदा मिली तो पलट गया केस
मामला अदालत में लंबित है। विवाहिता के ससुराल वाले केस से राहत पाने के लिए दर दर भटक रहे थे। तभी उन्हें कहीं से पता चला कि जिस बहू के हत्या के आरोप में परिवार के सदस्यों ने जेल काटी। वह बहू जिंदा है और कोटवा के जगीरहा गांव में अपने दो साल के बेटे संग रह रही है। ससुराल वालों ने पुलिस को यह जानकारी दी। पुलिस ने विवाहिता को उसके दो साल के बच्चे के साथ बरामद कर लिया है।
दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि दहेज हत्या का प्रकरण कोर्ट में लंबित है। आरोपी जमानत पर जेल से बाहर हैं। जिस दहेज हत्या के केस में ससुराल वाले आरोपी हैं, वह विवाहिता जिंदा बरामद की गयी है। शादी के दो साल बाद वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गयी थी। दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।