सार

खबर के साथ नत्थी तस्वीर में दिख रही मिठाई शॉप का नाम ''STET/CTET पास बेरोजगार स्वीट हाउस'' अंकित है। इस नाम के पीछे दो भाइयों के टूटते सपनों और उम्मीदों का दर्द है, जो इस रूप में अभिव्यक्त हुआ है।

छपरा। खबर के साथ नत्थी तस्वीर में दिख रही मिठाई शॉप का नाम ''STET/CTET पास बेरोजगार स्वीट हाउस'' अंकित है। ये तस्वीर देखकर आपके जेहन में जरुर तमाम सवाल उमड़ घुमड़ रहे होंगे। आपको मिठाई की दुकान का नाम अजीब लग रहा होगा। पर दुकान के नाम के पीछे की कहानी सुनेंगे तो आपको सरकारी वादों की असलियत और दुकानदार की काबिलियत समझ आएगी। दुकान संचालक ने यूं ही दुकान का नामकरण नहीं किया है, बल्कि उसके पीछे उनकी टूटते सपनों और उम्मीदों का दर्द है, जो इस रूप में अभिव्यक्त हुआ है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है?

ये है टीईटी पास दो भाइयों की कहानी

दरअसल, ये मिठाई की दुकान चलाने वाले दो भाई मनोज कुमार गुप्ता और अजीत गुप्ता हैं। बचपन से ही दोनों का लक्ष्य टीचर बनना था। दोनों ने पढाई में खूब मेहनत भी की, उनकी मेहनत भी रंग लाई। मनोज ने 2019 में टीईटी पास किया और मनोज ने वर्ष 2020 में। दोनों भाइयों ने STET परीक्षा पास की और नौकरी का इंतजार करते रहे। आशा थी कि अब नौकरी मिल जाएगी। पर उनका धैर्य भी जवाब दे गया। बीतते समय के साथ परिजन भी निराश होने लगे। उन्हें काउंसलिंग की तारीख का इंतजार था। इधर सरकारी वादों की तारीखें बढती जा रही थीं, जो कभी आयी ही नहीं।

अपने दर्द को दुकान के नाम के साथ जोड़ दिया

बहरहाल, घर की आर्थिक स्थिति का ख्याल रखते हुए दोनों भाई अपने पुश्तैनी धंधे को पुष्पित-पल्लिवत करने में जुट गए। काबिलियत होने के बावजूद भी बेरोजगारी झेलनी पड़ रही थी। दोनों भाइयों ने पुश्तैनी व्यापार को आगे बढाया और अपने दर्द को दुकान के नाम के साथ जोड़ दिया। दुकान का नाम ''STET/CTET पास बेरोजगार स्वीट हाउस'' रख दिया। यह मिठाई की दुकान सारण के कटसा चौक पर स्थित है। पहले से चल रही मिठाई की दुकान को दोनों भाइयों ने आगे बढाया।