चिराग पासवान ने विपक्ष के भ्रष्टाचार आरोपों की जांच की मांग की। उन्होंने SIR रिपोर्ट पर सरकार का बचाव किया और तेजस्वी यादव पर जातिगत राजनीति का आरोप लगाया। पासवान ने कहा कि विपक्ष सरकार के विकास कार्यों से घबराया हुआ है।

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी जोर पकड़ चुकी है और इसी बीच सियासत में बयानबाज़ी का दौर भी बढ़ गया है। केंद्रीय मंत्री और LJPR अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्ष पर जमकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार सरकार और उसके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर भ्रम फैला रहे हैं। चिराग पासवान ने इसे जांच का विषय बताते हुए कहा कि सभी आरोपों की छानबीन होनी चाहिए और वास्तविकता सामने आने के बाद ही जनता सच्चाई जान पाएगी।

चिराग पासवान ने कहा, “जो लोग आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह सक्षम हैं अपने बारे में जवाब देने के लिए। जांच पूरी होने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इसका कोई भी राजनीतिक रंग लगाने की जरूरत नहीं है।”

SIR रिपोर्ट पर चिराग का रुख

चिराग पासवान ने विशेष SIR (Special Intensive Revision) रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष इस रिपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहा है, जबकि इसका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, “रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि कौन राजनीति कर रहा है और कौन काम कर रहा है। विपक्ष इस रिपोर्ट को भड़काने की कोशिश कर रहा है, ताकि चुनावी माहौल में भ्रम फैले। लेकिन जनता समझदार है और इस चाल को पहचान जाएगी।”

चिराग ने यह भी स्पष्ट किया कि SIR रिपोर्ट में राज्य के मतदाता रिकॉर्ड की अंतिम जांच शामिल है और इसमें नए वोटरों को जोड़ा गया है। उनका कहना है कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है और इससे किसी राजनीतिक दल की छवि को प्रभावित करना संभव नहीं।

तेजस्वी यादव पर निशाना

तेजस्वी यादव द्वारा अति-पिछड़ों को अपना वोट बैंक बताने और बिहार सरकार पर योजनाओं की कमी का आरोप लगाने पर चिराग पासवान ने कहा कि यह पुरानी मानसिकता का संकेत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज के समय में जाति के आधार पर वोट मांगने की सोच नेता प्रतिपक्ष की हो सकती है, जबकि बिहार सरकार ने पिछले वर्षों में सभी समाजों के उत्थान के लिए कई नीतियां लागू की हैं।

चिराग ने कहा, “विपक्ष सरकार की योजनाओं से घबराया हुआ है। महिलाएं अब घर बैठकर पैसों का इंतजार नहीं करेंगी, बल्कि खुद सशक्त बनेंगी। हमारी प्राथमिकता महिलाओं को और परिवारों को आत्मनिर्भर बनाना है, न कि केवल वोट बैंक की राजनीति करना।” उन्होंने बताया कि बिहार सरकार ने पिछड़े और अति-पिछड़े समाज, महिलाओं और युवाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इसमें महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास, शिक्षा और रोजगार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष का आरोप केवल भ्रम फैलाने और चुनावी माहौल को भड़काने के उद्देश्य से है।

विपक्ष को घबराहट

चिराग पासवान ने यह भी कहा कि विपक्ष लगातार बिहार सरकार और केंद्रीय मंत्रियों पर आरोप लगाकर जनता के बीच डर फैलाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा, “विपक्ष को घबराहट है क्योंकि सरकार काम कर रही है। योजनाएं लागू हो रही हैं, जनता लाभ पा रही है और समाज सशक्त बन रहा है। ऐसे में विपक्ष को यह समझना चाहिए कि आरोप लगाने से वास्तविकता नहीं बदलेगी।”

चिराग ने कहा कि बिहार सरकार की उपलब्धियों में महिला सशक्तिकरण, पिछड़ा कल्याण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार काम जारी है। उनका कहना है कि विपक्ष केवल राजनीति कर रहा है, जबकि सरकार जनता के लिए ठोस कदम उठा रही है।

चिराग पासवान के बयान से साफ है कि LJPR और एनडीए सरकार विपक्षी आरोपों के आगे कमजोर नहीं होगी। उनका कहना है कि सभी आरोपों की जांच पूरी होगी और वास्तविकता जनता के सामने आएगी। SIR रिपोर्ट आने के बाद बिहार की सियासत में और हलचल देखने को मिल सकती है, और चुनावी समीकरणों में बदलाव की संभावना बढ़ जाएगी।