भाजपा प्रवक्ता द्वारा लाइव टीवी पर राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी देने पर पटना में FIR दर्ज की गई है। यूथ कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। इस घटना से बिहार की राजनीति में आक्रोश है।
पटनाः बिहार की राजनीति में बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लाइव टीवी डिबेट के दौरान गोली मारने की धमकी देने के मामले में पटना में एफआईआर दर्ज कराई गई है। मंगलवार को बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस के प्रतिनिधि शास्त्री नगर थाना पहुंचे और भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ लिखित शिकायत दी।
मामला क्या है?
दरअसल, 27 सितंबर 2025 को केरल के एक न्यूज चैनल पर लाइव बहस के दौरान भाजपा के आधिकारिक प्रवक्ता पिंटू महादेव ने राहुल गांधी को लेकर विवादित टिप्पणी की। बहस के बीच उन्होंने कथित तौर पर राहुल गांधी को "सीने में गोली मारने" की धमकी दे दी। यह बयान तेजी से हर तरफ फैल गया और विपक्षी दलों ने इसे हत्या की खुली धमकी बताते हुए भाजपा को घेरा।
पटना में FIR दर्ज
इस धमकी के खिलाफ बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस मंगलवार को शास्त्री नगर थाना पहुंची। वहां लीगल सेल के अध्यक्ष नंद कुमार सागर ने आवेदन सौंपते हुए कहा कि भाजपा प्रवक्ता ने न केवल गंभीर आपराधिक धमकी दी है, बल्कि यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। आवेदन में कहा गया है कि यदि ऐसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो यह जनता के लिए संदेश होगा कि ऐसी धमकियों को सत्ताधारी दल की मौन स्वीकृति प्राप्त है। थाना प्रभारी ने मामले को स्टेशन डायरी में दर्ज कर लिया है और उपलब्ध वीडियो की जांच कर उचित धाराओं में एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया है।
कांग्रेस का भाजपा पर हमला
बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस चेयरमैन विकास कुमार झा ने इस मामले पर कहा, “यह भाजपा प्रवक्ता की गोडसेवादी मानसिकता का उदाहरण है। इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। जिस तरह से राहुल गांधी को खुलेआम गोली मारने की धमकी दी गई, वह बेहद शर्मनाक और खतरनाक है।”
कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने भी आरोप लगाया कि भाजपा प्रवक्ता का यह बयान अकेले उनकी सोच नहीं है, बल्कि इसके पीछे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का मौन सहारा है। उनका कहना था कि विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को डराने और माहौल बिगाड़ने की यह सोची-समझी रणनीति हो सकती है।
केसी वेणुगोपाल ने लिखी चिट्ठी
इससे पहले 28 सितंबर को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी नेता को इस तरह धमकी देना बेहद गंभीर अपराध है।
विपक्ष में आक्रोश, माहौल गर्म
इस घटना के बाद बिहार की राजनीति में माहौल और गर्म हो गया है। विपक्षी दलों ने भाजपा पर लोकतांत्रिक मर्यादाएं तोड़ने का आरोप लगाया है और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं, भाजपा की ओर से इस बयान पर आधिकारिक सफाई अब तक नहीं दी गई है।
