चक्रवात 'मोंथा' ने बिहार चुनाव प्रचार बाधित किया है। तेज बारिश-हवा के कारण 20 से अधिक प्रमुख रैलियां रद्द हो गईं, जिससे नेताओं के कार्यक्रम बदले गए। 24 जिलों में 65 Km/h की हवा और भारी बारिश का अलर्ट है।
बंगाल की खाड़ी से उठे शक्तिशाली चक्रवात 'मोंथा' के कारण बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार पर गहरा असर पड़ा है। गुरुवार से जारी लगातार बारिश और तेज हवाओं के चलते शुक्रवार (31 अक्टूबर) को राज्य भर में 20 से अधिक प्रमुख चुनावी रैलियों को रद्द करना पड़ा है, जिससे सभी प्रमुख दलों के नेताओं को अपने कार्यक्रम बदलने पड़े हैं।
चक्रवात से प्रभावित हुए प्रमुख नेता और रैलियां
खराब मौसम और सुरक्षा कारणों से जिन प्रमुख नेताओं की रैलियां और सभाएं रद्द की गईं, उनमें शामिल हैं...
- बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा: उनकी दो महत्वपूर्ण रैलियां, जो सीतामढ़ी और मधुबनी में निर्धारित थीं, खराब विजिबिलिटी और तेज हवाओं के कारण रद्द कर दी गईं।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (JDU): उनकी 2 रैलियां, जो कोसी क्षेत्र में होनी थीं, रद्द कर दी गईं।
- तेजस्वी यादव (RJD): खगड़िया और सहरसा में उनकी कुल 3 रैलियों को टालना पड़ा।
- चिराग पासवान (LJP-RV): युवा वोटरों पर केंद्रित उनकी 2 सभाएं रद्द हुईं।
अन्य प्रभावित नेताओं में औरंगाबाद और भोजपुर में जीतनराम मांझी और राजीव प्रताप रूडी की सभाएं भी शामिल हैं, जिन्हें मौसम साफ होने तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
मौसम का हाल: 65 Km/h की हवा और 24 जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने चक्रवात 'मोन्था' के मद्देनजर अगले 24 घंटों के लिए राज्य के 24 जिलों में गंभीर अलर्ट जारी किया है। पटना, गया, भागलपुर, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान हवा की रफ्तार 65 किलोमीटर प्रति घंटा (Km/h) तक रह सकती है, जिससे कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। विभाग ने 2 नवंबर तक आकाशीय बिजली (वज्रपात) के लिए भी चेतावनी जारी की है, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
जनजीवन पर गहरा असर, बाढ़ का बढ़ता खतरा
लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य का आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। छपरा, बक्सर और दरभंगा के निचले इलाकों में जलजमाव की गंभीर स्थिति बन गई है। विशेषज्ञों ने नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने की आशंका जताई है, जिससे प्रशासन अलर्ट पर है। गुरुवार को हुई तेज बारिश के बाद राज्य के अधिकतम तापमान में लगभग 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है, जिससे मौसम में ठंडक बढ़ गई है और लोगों ने गर्म कपड़े निकालने शुरू कर दिए हैं।
