सार

एक कुत्ते का आधार कार्ड बना है। जिस पर बाकायदा उसके बारे में सारी डिटेल दर्ज है। उसी आधार पर डॉगी का जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए किसी शख्स ने आनलाइन आवेदन भी किया। जिसे देखकर विभागीय कर्मचारी भौचक्का हैं।

गया। बिहार में चल रही जाति जनगणना पर सियासी बवाल मचा हुआ है। उस बीच सामने आयी एक खबर से ​लोगों के सिर चकरा गए। यह अजीबो गरीब मामला सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रहा है। जिसमें एक कुत्ते का आधार कार्ड दिख रहा है। उस पर बाकायदा कुत्ते के बारे में सारी डिटेल अंकित है। उसी आधार पर डॉगी का जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए किसी शख्स ने आनलाइन आवेदन भी किया। जिसे देखकर विभागीय कर्मचारी भौचक्का हैं।

आवेदन में अंकित है ये डिटेल

प्रकरण जिले के गुरारु अंचल दफ्तर का है। जिसमें कुत्ते का जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आनलाइन आवेदन किया गया है। दिलचस्प यह है कि आवेदन में आवेदक का नाम टामी, पिता का नाम शेरु और माता का नाम गिनी अंकित है। पते के कॉलम में गांव का नाम पांडेपोखर, वार्ड नम्बर 13 और ग्राम पंचायत—रौना, थाना कोंच दर्शाया गया है। आवेदन में बाकायद आधार कार्ड नम्बर 993460458271 अंकित है। उसकी एक कापी भी अपलोड की गयी है।

आधार कार्ड पर दिख रही है कुत्ते की तस्वीर

मजे की बात यह है कि वायरल हो रहे आधार कार्ड की कापी पर कुत्ते की तस्वीर भी है। पेशे के कॉलम में स्टूडेंट के अलावा मोबाइल नम्बर के साथ जन्मतिथि 14/4/2022 भी भरी गयी है। आवेदन संख्या- BCCCO/2023/314491 के तहत शपथ पत्र भी दिया गया है। विभाग आवेदन स्वीकार भी कर चुका है।

शरारती तत्वों पर होगी कार्रवाई

इलाके में यह पूरा प्रकरण गुरुवार को चर्चा में आया। गुरारू प्रखंड के अंचल अधिकारी संजीव कुमार त्रिवेदी का कहना है कि दिए गए नम्बर को एक ऐप पर डायल करके देखा गया तो राजा बाबू, गुरारू का नाम दर्शा रहा है। इसे किसी की शरारत माना जा रहा है। सरकार लोगों को ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करा रही है, ताकि उन्हें कोई दिक्कत न हो, पर शरारती तत्व उससे भी खिलवाड़ कर रहे हैं। शरारत करने वाले को जल्द ही चिन्हित कर कार्रवाई होगी। 

हालांकि एशियानेट इस वायरल खबर की पुष्टि नहीं करता है।