गोपालगंज विधानसभा चुनाव 2025 में भी भाजपा का दबदबा कायम रहा। चौथी बार भी भाजपा प्रत्याशी सुभाष सिंह ने अपनी सीट बरकरार रखते हुए कांग्रेस को 28972 वोटों से करारी शिकस्त दी। सुभाष सिंह पिछले तीन चुनावों में लगातार जीत हासिल की है।
Gopalganj Assembly Election 2025: बिहार के गोपालगंज विधानसभा चुनाव 2025 (Gopalganj Assembly Election 2025) इस बार भी बीजेपी ने जीत का परचम लहराया। यहां से बीजेपी प्रत्याशी सुभाष सिंह ने 96892 वोट हासिल करते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी ओम प्रकाश गर्ग को 28972 वोटों से हराया। ओम प्रकाश गर्ग को कुल 67920 वोट मिले। तीसरे नंबर पर असदुद्दीन की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-एत्तहादुल मुसलमीन रही। जिसके प्रत्याशी अनस सलाम को 14225 वोट मिले। पिछले तीन चुनावों पर नज़र डालें तो यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लगातार जीत हासिल की है और सुभाष सिंह ने इस सीट पर अपना मजबूत दबदबा कायम रखा
2020 गोपालगंज विधानसभा चुनाव: भाजपा की धमाकेदार जीत
2020 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सुभाष सिंह ने 77,791 वोटों के साथ शानदार जीत दर्ज की। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बीएसपी के साधु यादव को 41,039 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी आसिफ गफूर 36,460 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में जीत का अंतर करीब 36,752 वोटों का रहा, जिसने यह साबित किया कि गोपालगंज में भाजपा की पकड़ काफी मजबूत है।
नोट: 10वीं पास सुभाष सिंह पर छह क्रिमिनल केस हैं। उनकी कुल चल-अचल संपत्ति 2.17 करोड़ रुपए हैं और उन पर 8 लाख रुपए की देनदारी भी है।
2015 गोपालगंज विधानसभा चुनाव: कांटे की टक्कर
2015 के चुनाव में मुकाबला भाजपा और राजद के बीच सीधा रहा। भाजपा के सुभाष सिंह को 78,491 वोट मिले, जबकि राजद के रियाजुल हक उर्फ राजू को 73,417 वोट हासिल हुए। यहां जीत का अंतर सिर्फ 5,074 वोट था, जिसने चुनाव को रोमांचक बना दिया।
2010 गोपालगंज विधानसभा चुनाव: भाजपा का परचम
2010 में भी भाजपा ने इस सीट पर कब्जा जमाया। सुभाष सिंह (भाजपा) ने 58,010 वोटों के साथ जीत हासिल की, जबकि राजद प्रत्याशी रियाजुल हक को 42,117 वोट मिले। इस बार भाजपा की जीत का अंतर 15,893 वोट रहा। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी साधु यादव सिर्फ 8,488 वोटों पर सिमट गए।
भाजपा की लगातार बढ़ती ताकत
पिछले तीन चुनावों के नतीजों से साफ है कि गोपालगंज सीट पर भाजपा ने अपनी पकड़ लगातार मजबूत की है। 2010 में 15,893 वोटों का अंतर, 2015 में मात्र 5,074 वोटों का करीबी मुकाबला और 2020 में 36,752 वोटों की बड़ी जीत- ये आंकड़े बताते हैं कि भाजपा का ग्राफ लगातार ऊपर जा रहा है। लेकिन अब 2025 में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या विपक्ष कोई नया खेल पलट पाता है या भाजपा एक बार फिर जीत का परचम लहराती है।
